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Jyotiraditya Scindia

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार अभियान तेजी के साथ चल रहा है. जिसमें नेता एकदूसरे पर जमकर हमलावर होते हुए दिखाई दे रहे हैं.

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन के आखिरी दिन सिंधिया ने सपा प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल करा दिया. सिंधिया समर्थक भक्ति तिवारी ने एक बार फिर से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.

BJP ने गुना विधानसभा से पन्ना लाल शाक्य और विदिशा से मुकेश टंडन को उम्मीदवार बनाया है. ये अटकलें खत्म हो गई हैं कि बीजेपी यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट देने वाली है. अगर उन्हें चुनावी मैदान में उतारा जाता तो ये चर्चा होती कि वही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं.

सिंधिया समर्थक जो नेता 2020 के चुनाव में हार गए थे. उन्हें भी बीजेपी ने टिकट दिया है. इनमें डबरा से इमरती देवी, सुमावली से ऐंदल सिंह कंषाना और मुरैना से रघुराज सिंह कंषाणा का नाम शामिल है.

Scindia dance: ग्वालियर में सिंधिया स्कूल की 125 स्थापना दिवस के मौके पर स्कूल कैंपस में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी.

jyotiraditya scindia: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव जातिगत जनगणना का विरोध किया है, वह अब इसको कराने की कह रही है.

सुभद्रा कुमारी चौहान ने अपनी कविता 'झांसी की रानी' में ग्वालियर के सिंधिया राजवंश को अंग्रेजों का मित्र बताया था. इसी के चलते सिंधिया राजवंश पर 1857 की क्रांति में रानी लक्ष्मीबाई से गद्दारी करने के आरोप लगते रहते हैं.

दिलचस्प बात ये है कि जब तक सिंधिया कांग्रेस में थे तो बीजेपी नेता उन पर आरोप लगाते थे. अब जब वह बीजेपी में चले गए हैं तो कांग्रेस उन पर निशाना साध रही है.

बीजेपी ने अभी तक सिंधिया समर्थक चार मंत्रियों को टिकट नहीं दिया है. जिसके चलते सिंधिया समर्थकों में बेचैनी बढ़ गई है. इन मंत्रियों में ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़ रात खेड़ा, बृजेंद्र यादव और महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही वक्त बचा हुआ है. ऐसे में सभी सियासी दल अपनी-अपनी बिसात बिछाने में लगे हैं. इसी बीच शिवराज सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है.