Bharat Express

Kumbh

एकनाथ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुम्भ 2025 का आयोजन न केवल सनातन परंपरा को सुदृढ़ कर रहा है, बल्कि ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के भाव को भी सशक्त कर रहा है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने महाकुंभ प्रयागराज में आ रहे सभी श्रद्धालुओं से यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने में सहयोग की अपील की है.

इस मौके पर ओम बिड़ला ने कहा, "गंगा, यमुना और सरस्वती की इस पवित्र धरती पर अध्यात्म, धर्म और संस्कृति का महाकुंभ हो रहा है. यहां संतों की वाणी, उनका प्रभाव और भक्तों की श्रद्धा अपार है. मेरी प्रार्थना है कि गंगा मां की कृपा सभी पर बनी रहे, देश में सभी का कल्याण हो."

PM Modi ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर महाकुंभ स्नान की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि प्रयागराज में महाकुंभ में आकर धन्य हो गया. संगम पर स्नान एक दिव्य जुड़ाव का क्षण है और इसमें भाग लेने वाले करोड़ों अन्य लोगों की तरह, मैं भी भक्ति की भावना से भर गया

इस बार के कुंभ में बिछड़े हुए 13 हजार से अधिक लोगों को उनके परिवारों से मिलाने में सरकार को सफलता मिली है. इनमें 64 फीसदी से अधिक संख्या महिलाओं की रही. यही नहीं पुलिस द्वारा 23 विभिन्न राज्यों और नेपाल से आए श्रद्धालुओं का उनके परिवारों से सफलतापूर्वक पुनर्मिलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई.

बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर वन वे रूट पर सख्त अमल किया जाएगा. महाकुम्भ में बसंत पंचमी के दिन वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है. श्रद्धालुओं के सुगम यातायात और अत्यधिक संख्या होने पर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा.

मौनी अमावस्या के मौके पर गंगा स्नान के लिए हरिद्वार और वाराणसी में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. कड़ाके की ठंड के बावजूद हर की पैड़ी पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए भक्तजन पहुंचने लगे हैं.

महाकुंभ में अखिलेश यादव ने खुद अपने हाथों से महाप्रसाद बनाया और सेवा में भाग लिया साथ ही खुद भी प्रसाद ग्रहण किया. महाकुंभ में मौजूद श्रद्धालुओं ने अडानी ग्रुप और इस्कॉन की इस पहल की खूब तारीफ कर रहे हैं.

Suraksha Amrit Kalash: महाकुम्भ मेला में छोटे गैस सिलेंडर में लीकेज के कारण हो रही अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए एक अभियान छेड़ा गया है. इन सिलेंडरों को ध्वस्त किया जाएगा और इनसे एक कलाकृति ‘सुरक्षा अमृत कलश’ बनाया जाएगा.

Maha Kumbh के अलग-अलग क्षेत्रों जैसे परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में ही लगभग 3 लाख नौकरियाँ पैदा होने की उम्मीद है, जिसमें ड्राइवर, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधक, कूरियर कर्मी और अन्य सहायक कर्मचारी शामिल हैं.