Bharat Express

Madhya Pradesh Election 2023

मध्य प्रदेश में अभी की स्थिति में 97 सीटें ऐसी हैं, जहां भाजपा को चुनौती कम मिल रही है। ऐसी स्थिति वाली कांग्रेस की 90 सीटें हैं। 43 सीटों पर अभी से कांटे का मुकाबला लग रहा है। जैसे-जैसे जनसंपर्क, दौरे और सभाएं होंगी, यह आंकड़ा ऊपर-नीचे होगा।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां बागियों से जूझ रही हैं. 2018 में बीजेपी का काम बागियों ने बिगाड़ दिया था. इस बार दोनों पार्टियां रणनीति के तहत एक दूसरे के बागियों का सहारा ले रहे हैं

Cm Shivraj singh: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस का वचन पत्र नहीं "झूठ पत्र" है. कांग्रेस ने 5 साल पहले भी जनता के सामने 900 से ज्यादा वचन दिए थे, जिसमें से 9 भी पूरे नहीं किए.

पांच राज्यों के चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाकर एनडीए को बैकफुट पर लाने की कोशिश की है।

Madhya Pradesh Elections 2023: मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें ST और 35 SC के लिए आरक्षित हैं, जहां कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। भाजपा 3 महीने पहले ही चुनावी मोड पर है। यही वजह है कि भाजपा नेताओं की यात्राएं और रैलियां कांग्रेस से बहुत ज्यादा है। खुद प्रधानमंत्री मोदी अप्रैल के बाद से यहां 8 जन सभाएं कर चुके हैं। अमित शाह भी संगठन को कसने के लिए 5 बार आ चुके हैं।

मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने महिलाओं को लेकर एक और बड़ा फैसला किया है. फैसले के मुताबिक, मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए 35% सरकारी नौकरी में अब आरक्षण होगा.

मध्यप्रदेश की सियासत में 34 छोटे-बड़े राजघराने सक्रिय हैं. इनमें 19 ऐसे हैं जिनका कोई न कोई सदस्य विधानसभा चुनाव के लिए एक बार फिर मैदान में उतरने को तैयार हैं.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले हैं. जिसको लेकर सभी सियासी दल अपनी-अपनी जीत के लिए हुंकार भर रहे हैं. इसी बीच एक न्यूज चैनल की तरफ से एक सर्वे कराया गया है.

राहुल गांधी आज मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के पोलायकलां में सभा को संबोधित कर रहे थे. वहां राहुल कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा में भी शामिल हुए. इस दौरान राहुल ने जातीय जनगणना को बड़ा मुद्दा बताया. जानें उन्होंने क्या कुछ कहा?