दे दी जान हमने मुल्क की हिफ़ाज़त में… लाल सलाम के नाम पर आतंक का खेल आखिर कब तक?
ज़रूरत है समाज में बैठे उन चेहरों को पहचाने की. ज़रूरत है उनके मंसूबों को मटियामेट करने में सरकार के साथ खड़े होने की. अगर ऐसा नहीं होता है तो नक्सलवाद के नाम पर आज जवानों को निशाना बनाया गया है कल समाज के बेकसूर भी उनके निशाने पर आ सकते हैं.
Chhattisgarh: बीजापुर में माओवादियों के हमले में 8 जवानों समेत 9 लोगों की मौत
सोमवार को सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादियों पर हमला कर दो महिलाओं समेत पांच विद्रोहियों को मार गिराया. एके 47 और सेल्फ-लोडिंग राइफल जैसे स्वचालित हथियार बरामद किए गए हैं.