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आंध्र प्रदेश: तिरुपति मंदिर के वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़, 4 लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के पास बुधवार को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट वितरण केंद्रों पर भगदड़ मचने से हालात बेकाबू हो गए. जिससे कई लोग घायल भी हुए हैं.

Tirupati temple stampede

तिरुपति मंदिर भगदड़

आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के पास बुधवार को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट वितरण केंद्रों पर भगदड़ मचने से 4 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह से लगभग 4,000 श्रद्धालु विभिन्न टिकट केंद्रों पर लाइन में लगे थे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई.

टोकन वितरण के दौरान हुई भगदड़

हादसा उस वक्त हुआ जब बैरागी पत्तिदा पार्क में टोकन वितरण के लिए श्रद्धालुओं को लाइन में खड़ा किया गया. अचानक भीड़ बढ़ने से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई. अधिकारियों के मुताबिक, टोकन वितरण व्यवस्था को संभालने के लिए विशेष प्रबंध होने के बावजूद भारी भीड़ के कारण हालात बिगड़ गए.

आपात बैठक में जुटे अधिकारी

हादसे के बाद तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू (BR Naidu) ने आपातकालीन बैठक बुलाई है. इस घटना ने मंदिर प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

चंद्रबाबू नायडू ने दुख व्यक्त किया

तिरुपति में विष्णु निवासम के पास तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार के दर्शन के लिए टोकन लेने के लिए मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत ने मुझे झकझोर कर रख दिया है. यह दुखद घटना, जो उस समय हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु टोकन लेने के लिए एकत्र हुए थे, ने मुझे बहुत परेशान किया. उनमें से कुछ की हालत गंभीर होने की सूचना के बाद, मैंने उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर जाकर राहत उपाय करने के निर्देश दिए हैं… ताकि घायलों को बेहतर चिकित्सा उपचार मिल सके और उनकी जान बच सके. मैं समय-समय पर जिला और टीटीडी अधिकारियों से बात कर रहा हूं और स्थिति का जायजा ले रहा हूं.

वैकुंठ एकादशी पर लाखों श्रद्धालुओं की उम्मीद

गौरतलब है कि वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शनम 10 जनवरी से 19 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा. टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने मंगलवार को इसकी विस्तृत तैयारियों की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि टीटीडी ने लगभग सात लाख श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद के साथ विशेष इंतजाम किए हैं.

10 जनवरी से शुरू होगा दर्शन

दर्शन की शुरुआत 10 जनवरी को सुबह 4:30 बजे प्रोटोकॉल दर्शन से होगी, जिसके बाद सुबह 8 बजे से सर्वदर्शन शुरू होगा. राव ने कहा था कि आम श्रद्धालुओं को वैकुंठ द्वार दर्शन का लाभ देने के लिए टीटीडी की प्राथमिकता सबसे ऊंची रहेगी.

विशेष प्रोटोकॉल होंगे लागू

दस दिन तक खुला रहने वाला वैकुंठ द्वार श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अवसर है. इसके दौरान सुचारू और सुरक्षित दर्शन सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे.

-भारत एक्सप्रेस



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