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Russia-Ukraine war

बांध टूटने के बाद पानी बढ़ता ही जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांधी के आसपास के 80 गांव पूरी तरह पानी में बह गए हैं. हर घंटे 8 इंच पानी बढ़ रहा है.

समस्या यह है कि युद्ध को शुरू हुए सवा साल से ज्यादा वक्त बीत गया है लेकिन किसी को भी यह नहीं पता कि युद्ध रुकेगा कैसे? इतिहास में कई बार दुनिया का चौधरी बन चुका अमेरिका भी इस बार लाचार होकर भारत की ओर देख रहा है।

India Export ibn FY2023: रिपोर्टों के अनुसार, रूस ने दावा किया है कि उसने बुधवार तड़के क्रेमलिन पर यूक्रेनी ड्रोन के हमले को विफल कर दिया.

Russia Ukraine War: इसके पहले, रूसी सेना ने यूक्रेन के शहर कुपियांस्क में संग्रहालय की इमारत पर ताबड़तोड़ मिसाइल दागीं थीं जिससे दो लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए.

European Union: ईयू के अध्यक्ष स्वीडन ने कहा, “सैन्य और राजनीतिक निर्णय-कर्ताओं, रूसी सैन्य उद्योग का समर्थन कर रहीं या उसके साथ काम कर रहीं कंपनियों और वेगनर समूह के कमांडरों को निशाना बनाकर पाबंदियां लगाई गई हैं."

भारत ने युद्ध पर शुरू से ही एक तटस्थ रुख रखा है और रूस की कार्रवाई की सार्वजनिक रूप से निंदा करने से भी परहेज किया है।

Russia-Ukraine war: यूद्ध में रूस के जहां 6300 से ज्‍यादा हथियारबंद वाहन तबाह हो गए हैं वहीं उसे अपने 300 फाइटर जेट भी गवांने पड़े हैं.

Joe Biden Kyiv Visit: पुतिन ने 24 फरवरी को कीव मिशन के लिए बड़े हमले की तैयारी कर ली है और अगर अमेरिका और पश्चिमी देशों से यूक्रेन को ज्यादा से ज्यादा हथियारों की सप्लाई की गई. तो न्यूक्लियर वॉर होना तय माना जा रहा है.

रूस कई महीनों से यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है, बिजली स्टेशनों को नष्ट कर रहा है.

दुनिया को और खासकर अमेरिका को यह बात समझनी होगी कि यूक्रेन-रूस युद्ध का अंत यूक्रेन के हाथ में नहीं है। नाटो के देश और खुद अमेरिका के साथ बातचीत से ही इस युद्ध का शांतिपूर्ण अंत हो सकता है।