रूस यूूक्रेन युद्ध
Russia – Ukraine Conflict: यूरोपीय संघ (EU) ने यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर शनिवार को रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. इसके तहत युद्ध का समर्थन करने, दुष्प्रचार करने या ड्रोन की आपूर्ति करने के आरोपी अधिकारियों और संगठनों को निशाना बनाते हुए उनपर प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसके साथ ही उन उत्पादों के व्यापार पर भी पाबंदी लगाई गई है जिनका सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है.
ईयू के अध्यक्ष स्वीडन ने कहा, “सैन्य और राजनीतिक निर्णय-कर्ताओं, रूसी सैन्य उद्योग का समर्थन कर रहीं या उसके साथ काम कर रहीं कंपनियों और वेगनर समूह के कमांडरों को निशाना बनाकर” पाबंदियां लगाई गई हैं. रूस के कुछ बड़े बैंकों से लेनदेन पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं.
ईरानी संस्थाओं की संपत्तियों की खरीद-बिक्री पर रोक
ईयू ने बताया कि तीन और रूसी बैंकों व सैन्य ड्रोन का निर्माण करने वाली सात ईरानी संस्थाओं की संपत्तियों की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी गई है. इनमें कंपनियां, एजेंसियां, राजनीतिक दल या अन्य संगठन शामिल हैं. यूरोपीय संघ को संदेह है कि रूस ने युद्ध के दौरान इन ड्रोन का इस्तेमाल किया है. यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा की ओर से तीन सप्ताह पहले ये प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पेश किया था. प्रतिबंधों की रूपरेखा को लेकर काफी माथापच्ची के बाद इन्हें मंजूरी दी गई है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का एक साल पूरा होने के अगले दिन इन पाबंदियों को सार्वजनिक किया गया. यूरोपीय संघ 27 देशों का एक संगठन है, जिसमें फ्रांस, जर्मनी और इटली समेत विभिन्न यूरोपीय देश शामिल हैं.
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पीछे हटने को तैयार नहीं रूस
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी 2022 को ही हुई थी. युद्ध के एक साल पूरे होने के मौके पर कई देशों ने एक बार फिर से रूस से इस युद्ध को बंद करने की अपील की है. हालांकि रूस ने अब भी युद्ध बंद करने जैसे कोई संकेत नहीं दिए हैं. इससे युद्ध के खत्म होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. वहीं, जी-7 के देशों ने भी शुक्रवार को इस मुद्दे पर एक बैठक बुलाई और रूस से यूक्रेन में अपनी लड़ाई खत्म करने का आह्वान किया.
– आईएएनएस
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