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tribal communities

इस भाषण से पहले 12 दिनों में मोदी ने आदिवासी चुनौतियों पर 50 से अधिक किताबें पढ़ी थी, जिससे वह इन मुद्दों को गहराई से समझा सके. ऐसे ही साल 1985 में नरेंद्र मोदी ने एक दमदार भाषण दिया था.