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‘मनमोहन सिंह मेरे मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक थे’, पढ़ें सोनिया गांधी का भावुक पत्र

इससे पहले शुक्रवार दिन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. यहां उनका पार्थिव शरीर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है.

मनमोहन सिंह के साथ सोनिया गांधी. (फाइल फोटो: IANS)

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने शुक्रवार शाम को एक संक्षिप्त लेकिन बेहद भावुक बयान में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया. सिंह का बीते 26 दिसंबर की रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया. सोनिया गांधी ने डॉ. सिंह को ‘बुद्धिमत्ता, कुलीनता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति’ बताया और स्वीकार किया कि उनका निधन एक व्यक्तिगत क्षति के रूप में हुआ है.

जीवन में शून्य छोड़ गए

उन्होंने लिखा, ‘मेरे लिए डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है. वे मेरे मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक थे. वे अपने व्यवहार में बहुत ही सौम्य थे, लेकिन अपनी गहरी मान्यताओं में बहुत दृढ़ थे. सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता गहरी और अटूट थी. उनके साथ कुछ भी समय बिताना उनके ज्ञान और बुद्धिमत्ता से प्रबुद्ध होना था, उनकी ईमानदारी और निष्ठा से प्रभावित होना था और उनकी वास्तविक विनम्रता से अभिभूत होना था.’

उन्होंने कहा, ‘वे हमारे राष्ट्रीय जीवन में एक ऐसा शून्य छोड़ गए हैं, जिसे कभी नहीं भरा जा सकता. कांग्रेस पार्टी में हम और भारत के लोग हमेशा इस बात पर गर्व और आभारी रहेंगे कि हमारे पास डॉ. मनमोहन सिंह जैसा नेता था.’

कुलीनता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी और भारत के लोग सदैव इस बात पर गर्व और कृतज्ञ रहेंगे कि हमें डॉ. मनमोहन सिंह जैसा नेता मिला, जिनका भारत की प्रगति और विकास में योगदान अतुलनीय है.’ सोनिया गांधी ने कहा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसा नेता खो दिया है जो बुद्धिमत्ता, कुलीनता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की. कांग्रेस पार्टी के लिए एक उज्ज्वल और प्रिय मार्गदर्शक. उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया.’

बुद्धिमान और प्रतिष्ठित राजनेता

उन्होंने कहा कि भारत के लोग मनमोहन सिंह को उनके शुद्ध हृदय और उत्कृष्ट बुद्धि के लिए प्यार करते थे. देश के सभी राजनीतिक दलों में उनकी सलाह, ‘बुद्धिमानीपूर्ण सलाह’ और विचारों को उत्सुकता से मांगा जाता था और उनका बहुत सम्मान किया जाता था. उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में नेताओं और विद्वानों द्वारा उनका सम्मान और प्रशंसा की जाती थी. उन्हें अत्यंत बुद्धिमान और प्रतिष्ठित राजनेता के रूप में जाना जाता था. डॉ. मनमोहन सिंह ने जिस भी उच्च पद पर कार्य किया, वहां उन्होंने अपनी प्रतिभा और विशिष्टता का परिचय दिया. उन्होंने भारत को गौरव और सम्मान दिलाया.’

इससे पहले दिन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी, जहां उनका पार्थिव शरीर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए बुलाई गई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भी भाग लिया.

-भारत एक्सप्रेस



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