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DoT ने दूरसंचार कंपनियों को 6.8 लाख संदिग्ध मोबाइल कनेक्शनों का पुनः सत्यापन करने का दिया निर्देश

दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) को 60 दिनों के भीतर चिह्नित मोबाइल नंबरों का पुनः सत्यापन करने का निर्देश जारी किया है.

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दूरसंचार विभाग (DoT) ने लगभग 6.80 लाख मोबाइल कनेक्शनों की पहचान की है, जिन पर नकली या जाली पहचान प्रमाण (PoI) और पते के प्रमाण (PoA) KYC दस्तावेजों का उपयोग करके प्राप्त किए जाने का संदेह है. यह पहचान उन्नत AI-संचालित विश्लेषण के माध्यम से प्राप्त की गई थी, जिसमें जाली दस्तावेजों के उपयोग पर प्रकाश डाला गया था. यह कदम स्पैम और ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए DoT के चल रहे अभियान का हिस्सा है. यह पहली बार नहीं है जब DoT ने ऐसा अभियान चलाया है.

धोखाधड़ी वाले कनेक्शन चिह्नित किए गए

दूरसंचार विभाग ने गुरुवार 23 मई को एक बयान में कहा, ‘उन्नत एआई-संचालित विश्लेषण के माध्यम से, दूरसंचार विभाग ने लगभग 6.80 लाख मोबाइल कनेक्शनों को संभावित रूप से धोखाधड़ी वाले के रूप में चिह्नित किया है. पीओआई/पीओए केवाईसी दस्तावेजों की संदिग्ध सत्यता इन मोबाइल कनेक्शनों को प्राप्त करने के लिए जाली दस्तावेजों के उपयोग का सुझाव देती है.’

दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) को 60 दिनों के भीतर चिह्नित मोबाइल नंबरों का पुनः सत्यापन करने का निर्देश जारी किया है. दूरसंचार विभाग ने कहा कि इस पुनः सत्यापन प्रक्रिया को पूरा न करने पर संबंधित मोबाइल कनेक्शन काट दिया जाएगा.

डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म

डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म (DiP) टीएसपी, कानून प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए), वित्तीय संस्थानों (एफआई), सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म और पहचान दस्तावेज़ जारी करने वाले अधिकारियों के बीच वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने के लिए एक सुरक्षित और एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है.पोर्टल का उद्देश्य हितधारकों के बीच सूचना के आदान-प्रदान और समन्वय को सुविधाजनक बनाकर साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी का मुकाबला करना है. डीआईपी प्लेटफ़ॉर्म नागरिकों के लिए सुलभ नहीं है.

चक्षु सुविधा

चक्षु जिसका शाब्दिक अर्थ है- आँख, डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म है जो https://sancharsaathi.gov.in/sfc/ पर जाकर इसको आप चेंक कर सकते है, जिससे नागरिकों को संदिग्ध संचार की रिपोर्ट करने में सुविधा प्राप्त होती है. ये प्लेटफॉर्म केवाईसी एक्सपायरी घोटाले सहित कई तरह की धोखाधड़ी गतिविधियों को कवर करता है, जिसमें बैंक खाते, भुगतान वॉलेट, सिम कार्ड, गैस तथा बिजली कनेक्शन, KYC अपडेट, प्रतिरूपण के साथ-साथ सेक्सटॉर्शन से संबंधित धोखाधड़ी शामिल है. चक्षु का प्राथमिक उद्देश्य संदिग्ध गतिविधियों की सक्रिय रिपोर्टिंग को सक्षम बनाना, दूरसंचार से संबंधित धोखाधड़ी तथा स्पैम कॉल की रोकथाम और शमन में योगदान प्रदान करना है.

-भारत एक्सप्रेस

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