सीएम योगी आदित्यनाथ. (फाइल फोटो)
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार संभल में साल 1978 में हुए दंगे की दोबारा जांच करवाने जा रही है. इसके लिए जिला प्रशासन से योगी सरकार ने 7 दिनों में रिपोर्ट देने के लिए कहा है. दंगे की फाइल खुलने के साथ ही इस मामले की पुलिस-प्रशासन गहनता से जांच करेगा.
सीएम योगी ने सदन में उठाया मुद्दा
बता दें कि सीएम योगी ने पिछले साल दिसंबर में विधानसभा में संभल के भस्म शंकर मंदिर का मुद्दा उठाया. सीएम योगी के इन सवालों के बाद प्रशासन दंगे की फाइल खोलने की तैयारी कर रहा है. संभल में 29 मार्च 1978 को दंगा भड़क गया था, जिसके बाद करीब दो महीने तक शहर में कर्फ्यू लगा रहा. हिंसा में 184 लोगों की जान गई और इस मामले में 169 मुकदमे दर्ज किए गए. हालांकि, स्थानीय लोगों का दावा है कि पीड़ितों को आज तक न्याय नहीं मिला, लेकिन अब एक बार फिर से पीड़ितों को एक आस जगी है कि उन्हें न्याय मिलेगा.
सर्वे के दौरान हुई हिंसा
सीएम योगी के बयान के साथ ही अब जिला प्रशासन इसकी सच्चाई को बाहर लाने के लिए जुट गया है. प्रशासन द्वारा खुलवाए गए भस्म शंकर मंदिर की दूरी शाही जामा मस्जिद से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है, जहां पर मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी.
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दंगे से जुड़ी फाइलें खुलेंगी
मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय सिंह ने संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया से 17 दिसंबर को दंगे से जुड़ी सभी फाइलें मांगी थीं. लोगों की शिकायत के आधार पर प्रशासन फिर से मामले की जांच-पड़ताल करने जा रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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