
Hapur Tea Controversy: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में गुरुवार को एक सरकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक विजयपाल आढ़ती और पंचायत सहायक अधिकारी (ADO) बिशन सक्सेना के बीच चाय परोसने को लेकर तीखी बहस हो गई. यह विवाद तब शुरू हुआ जब एडीओ बिशन सक्सेना ने कथित तौर पर चाय की व्यवस्था करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट (DM) ने उन्हें गढ़मुक्तेश्वर स्थानांतरित कर दिया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चाय की पेशकश
राज्य सरकार के आठ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) श्रुति सिंह ने विधायक विजयपाल आढ़ती को चाय पर आमंत्रित किया. हालांकि, चाय में देर होने पर आढ़ती ने इसे लेकर असंतोष व्यक्त किया और जल्द चाय लाने का अनुरोध किया.
एडीओ का गुस्सा और आरोप
जब बीडीओ ने एडीओ बिशन सक्सेना से चाय की व्यवस्था में देरी के बारे में पूछा, तो उन्होंने गुस्से में कहा, “मैं पहले ही एक बार चाय परोस चुका हूं, क्या मैं पूरे दिन चाय परोसता रहूं?” इस पर बहस बढ़ गई और आढ़ती ने आरोप लगाया कि सक्सेना ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया.
सक्सेना का बचाव
घटना के बाद, डीएम ने बिशन सक्सेना को हापुड़ से गढ़ ब्लॉक में स्थानांतरित करने का आदेश दिया. हालांकि, विधायक विजयपाल आढ़ती ने इस कार्रवाई को पर्याप्त नहीं माना और कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री तक ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि बीडीओ और एडीओ दोनों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं, बिशन सक्सेना ने अपना बचाव करते हुए कहा, “मैं विधायक से उम्र में बड़ा हूं और आधिकारिक पद पर हूं. मैं कोई चपरासी नहीं हूं, जो चाय परोसूं. हमने एक बार चाय पिलाई थी, लेकिन विधायक ने फिर से चाय की मांग की. इसके अलावा, विधायक ने मुझसे खराब लहजे में बात की.”
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-भारत एक्सप्रेस
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