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Hathras Satsang Stampede: हाथरस हादसे में नए कानून के तहत इन लोगों पर दर्ज हुई FIR लेकिन ‘भोले बाबा’ का नाम नहीं… डॉग स्क्वॉड के साथ घटनास्थल पहुंची फोरेंसिक टीम

हाथरस भगदड़ घटना में भारतीय न्याय संहिता-2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है.

Hathras Satsang Stampede

मौके पर जांच करती फोरेंसिक टीम

Hathras Satsang Stampede: हाथरस सत्संग में मची भगदड़ से हुए बड़े हादसे की जांच-पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है और टीम ने डॉग स्क्वॉड के साथ घटना की जांच शुरू कर दी है.

घटना साजिश थी या हादसा इसका पता लगाया जा रहा है. बता दें कि कल यानी 2 जुलाई को हुई इस हादसे में 116 लोगों की जान जा चुकी है. यह घटना ‘भोले बाबा’ द्वारा आयोजित सत्संग के दौरान हुई है.

तो वहीं ताजा खबर सामने आ रही है कि यूपी-हाथरस भगदड़ घटना में भारतीय न्याय संहिता (BNS)-2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि भोले बाबा के नाम से मशहूर नारायण साकार हरि उर्फ सूरज पाल का नाम शामिल नहीं किया गया है, जबकि माना जा रहा है कि कार्यक्रम से बाहर निकलने के बाद उसका पैर छूने के लिए लोग एकदम से उसकी तरफ बढ़े थे, लेकिन उसके सेवादारों ने लोगों को रोक दिया. इसी दौरान भगदड़ मची और हादसे में दर्जनों लोग मारे गए.

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बता दें कि कल हुए हादसे के बाद से ही सीएम योगी ने कहा है कि इस मामले साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है. हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश. तो वहीं यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कल इस बात की पुष्टि की थी कि हादसे में 116 लोगों की मौत हुई है. इनमें सात बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं और शेष महिलाएं हैं.

मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 72 लोगों की शिनाख्त हो गई है. इलाज के व्यवस्था की जा रही है. मृतकों के परिजनों दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दी गई है. उन्होंने ये भी बताया कि कार्यक्रम के मुख्य सेवादार ने 80 हजार लोगों की परमिशन ली थी लेकिन वहां 80 हजार से ज्यादा लोग जुटे थे.

पैर छूने के दौरान हुआ हादसा

मुख्य सचिव ने बताया कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद वे बाबा के पैर छूने जा रहे थे. इसी दौरान यह हादसा हुआ. दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. भोले बाबा पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. मामले में आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए हैं. पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. घायलों का समुचित इलाज कराया जाएगा.

 

-भारत एक्सप्रेस



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