हाथरस में सत्संग के बाद जानलेवा भगदड़ हुई थी.
Hathras Stampede news: उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान मची जानलेवा भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर हृदयविदारक तस्वीरें सामने आने लगीं. वीडियोज में अस्पतालों के बाहर लाशें नजर आ रही हैं. वहीं, सैकड़ों घायल स्ट्रेचर पर तड़पते देखे गए हैं.
बहुत-से लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर हाथरस में इतनी बड़ी जानलेवा भगदड़ कैसे मची. घटना पर हाथरस जिले के डीएम का बयान आया है. डीएम के मुताबिक, आयोजन-स्थल में सत्संग के वक्त गर्मी बहुत थी. जब लोग प्रवचन सुनकर बाहर निकल रहे थे, तभी भगदड़ मच गई. इस दौरान लोग एक-दूसरे पर चढ़ने लगे. देखते ही देखते वहां चीख-पुकार मच गई. कुछ ही मिनटों में वहां कुचले हुए और बदहवाश लोग नजर आने लगे.
#WATCH हाथरस भगदड़ | हाथरस DM आशीष कुमार ने कहा, “… जिला प्रशासन काम कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और लोगों का इलाज जारी है… डॉक्टरों ने मुझे करीब 50-60 लोगों की मौत का आंकड़ा बताया है… कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति SDM ने दी थी और यह एक निजी आयोजन था…… pic.twitter.com/fgvmUWzKGH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2024
आयोजन स्थल पर कितने लोग मौजूद थे?
चश्मदीदों के मुताबिक, सत्संग के दौरान बेशुमार लोग आयोजन-स्थल में उपस्थित थे. IANS की रिपोर्ट में तो ये दावा भी किया गया है कि वहां 50 हजार से ज्यादा लोग थे. भगदड़ के बाद घटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में लाशें देखी गईं. मरने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं. हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल ले जाया गया.
घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि एंबुलेंस और पुलिस प्रशासन ने पहुंचने में देरी की, जिसकी वजह से स्थिति खराब हो गई. वहीं, अस्पताल में पहुंचे कई लोगों ने आरोप लगाया कि उपचार करने के लिए कोई डॉक्टर मौजूद नहीं थी. सिर्फ एक ही डॉक्टर थी. एक अस्पताल में ऑक्सीजन भी नहीं था.
हादसे की जांच के लिए समिति गठित
इस घटना के बाद यूपी के सीएम योगी ने हादसे की जांच के लिए समिति भी गठित की है. इसके अलावा, उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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– भारत एक्सप्रेस
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