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जानें कौन हैं भारत की बिंदु रानी? सरकारी कॉलेज में की पढ़ाई अब नासा में कर रहीं ब्लैक होल का अध्ययन

नासा में शामिल होने से पहले उन्होंने 2020 से 2022 तक दक्षिण कोरिया में कोरिया खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान संस्थान में एक कर्मचारी वैज्ञानिक के रूप में काम किया था.

Bindu Rani

फोटो-सोशल मीडिया

Bindu Rani: बिंदु रानी भारतीय मूल की अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं. उन्होंने सरकारी कॉलेज से पढ़ाई की है और आज वह ब्लैक होल का अध्ययन करने में अंतरिक्ष एजेंसी की मदद करती हैं. मालूम हो कि बिंदु रानी वर्तमान में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में काम कर रही है. यहां बतौर कर्मचारी नासा में एक कर्मचारी के तौर पर वह 2022 में शामिल हुई थीं.

बिंदु ने हरियाणा के एक सरकारी कॉलेज में की पढ़ाई

बिंदु ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित एक सरकारी कॉलेज से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने 2005 में विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की. वह पढ़ने में तेज थीं और शुरू से ही वह लीक से कुछ हटकर करना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेकर भौतिकी और खगोल भौतिकी विभाग से भौतिकी में परास्नातक की पढ़ाई पूरी की. बता दें कि नासा में शामिल होने से पहले उन्होंने 2020 से 2022 तक दक्षिण कोरिया में कोरिया खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान संस्थान में एक कर्मचारी वैज्ञानिक के रूप में काम किया था.

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हमेशा देखा अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना

बता दें कि बिंदु हमेशा से ही अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना देखती थीं. एक बार उन्होंने अपने सपने के बारे में बताते हुए नासा को एक साक्षात्कार दिया था और कहा था कि “मैं एक अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हूं. जब मैं अपनी मास्टर डिग्री कर रही थी, तो मुझे अंतरिक्ष यात्री बनने में दिलचस्पी हुई.”

ये काम करना लगता है अच्छा

बिंदु ने साक्षात्कार के दौरान कहा था कि “मुझे ब्लैक होल के आस-पास होने वाली भौतिक प्रक्रियाओं की गतिशीलता और प्रकृति को समझने की कोशिश करना अच्छा लगता है.” यही वजह रही कि बिंदु का रुझान इस ओर बढ़ा और फिर वह अपनी रुचि के अनुसार आगे बढ़ती रहीं.

पति भी कार्यरत हैं नासा में

मालूम हो कि बिंदु भारत में पढ़ाई पूरी करने के बाद वह जर्मनी चली गईं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2013 में उन्होंने जर्मनी के बॉन में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर रेडियो एस्ट्रोनॉमी से खगोल भौतिकी में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. यहां बता दें कि उनके पति पंकज कुमार भी नासा की स्पेस वेदर लेबोरेटरी में कार्यरत हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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