Stapled Visa: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
Stapled Visa: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वह कभी बॉर्डर तो कभी किसी मुद्दे को लेकर भारत को चुनौती देने की कोशिश करता रहता है. उसने एक बार फिर से भारत को चुनौती देने की कोशिश की है. चीन ने एशियन गेम्स में भाग लेने वाले भारत के कुछ खिलाड़ियों के लिए स्टेपल वीजा जारी किया है. इसको लेकर भारत ने चीन को लताड़ लगाते हुए कड़ा विरोध किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने स्टेपल वीजा को लेकर भारत की नाराजगी जाहिर की है.
Stapled Visa: अरुणाचल प्रदेश के लोगों के लिए जारी किया स्टेपल वीजा
आपको बता दें कि चीन में 23 सितंबर से लेकर 8 अक्टूबर तक एशियन गेम्स का आयोजन हो रहा है. इस खेल में भाग लेने वाले कुछ खिलाड़ियों के लिए चीन ने स्टेपल वीजा जारी किया है. जिन खिलाड़ियों के लिए उसने यह वीजा जारी किया है वे भारत के अरुणाचल प्रदेश से हैं. चीन के इस कदम पर भारत ने नाराजगी जाहिर की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा,”यह हमारे संज्ञान में आया है कि चीन में एक अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले हमारे कुछ नागरिकों को स्टेपल वीजा जारी किया गया है. यह अस्वीकार्य है.”
उन्होंने आगे कहा,”हमने इस मामले में चीनी पक्ष के समक्ष अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है. इस मामले पर भारत उचित प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखता है.”
क्या होता है स्टेपल वीजा?
मालूम हो कि चीन में इस साल एशियन गेम्स का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए भारत से अब तक के सबसे अधिक खिलाड़ी भाग लेने चीन जा रहे हैं. पहली बार एशियन गेम्स में क्रिकेट को भी शामिल किया गया है. इसके लिए भारत पुरुष और महिला दोनों ही टीमों को चीन भेजने की तैयारी में है. वहीं, भारत के कुछ खिलाड़ियों के लिए चीन ने स्टेपल वीजा जारी किया है. आइए जानते हैं कि यह स्टेपल वीजा क्या है…
यदि आव्रजन ऑफिसर किसी पासपोर्ट पर वीजा की मोहर न लगाकर अलग से एक कागज पर मोहर लगाकर देता है और इस मोहर लगे कागज को पासपोर्ट के साथ अटैच या नत्थी कर देता है, तो उसे स्टेपल वीजा कहते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार, चीन ऐसी हरकत पहले भी कर चुका है. बता दें कि साल 2013 में देश के दो खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा दिया था, जिसका भारत ने कड़ा विरोध जताया था.
-भारत एक्सप्रेस
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