
ऑस्ट्रेलिया में रह रहे विदेशी नागरिकों के लिए एक बड़ी खबर आई है. 1 अप्रैल 2025 से विदेशी लोग पहले से बने घर नहीं खरीद सकेंगे. प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की सरकार ने यह फैसला आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया है. देश में बढ़ती आवास कीमतों को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है. इस फैसले का असर ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों पर भी पड़ेगा. हर साल लाखों भारतीय शिक्षा और रोजगार के लिए ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और वहीं बस जाते हैं.
ऑस्ट्रेलिया की आवास मंत्री क्लेयर ओ’नील ने जानकारी दी कि यह नियम 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2027 तक लागू रहेगा. इसके बाद सरकार इस नीति की समीक्षा करेगी और तय करेगी कि इसे आगे बढ़ाया जाए या नहीं.
ऑस्ट्रेलिया में घर खरीदना महंगा
ऑस्ट्रेलिया में घर खरीदना दुनिया के सबसे महंगे सौदों में से एक है. वहां मकान किराए पर लेना भी काफी महंगा हो गया है. इस साल के अंत में होने वाले चुनाव में महंगाई और आवास की कीमतें बड़े मुद्दे होंगे.
ऑस्ट्रेलियाई युवाओं के लिए घर खरीदना एक चुनौती बन चुका है. तेजी से बढ़ती कीमतों की वजह से उन्हें लगने लगा है कि वे कभी अपना घर नहीं खरीद पाएंगे. खासकर सिडनी जैसे शहरों में हालात और भी मुश्किल हैं. बीते 10 सालों में सिडनी में मकानों की कीमत करीब 70% बढ़ चुकी है. वहां औसत घर की कीमत अब लगभग 12 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 6.63 करोड़ रुपये) हो चुकी है.
नए नियमों के तहत क्या बदलेगा?
1 अप्रैल से लागू होने वाले इन नियमों के तहत विदेशी नागरिक और कंपनियां दो साल तक पहले से बनी रिहायशी संपत्तियां नहीं खरीद सकेंगी. विदेशी छात्र भी पहले से बने घर नहीं खरीद पाएंगे. हालांकि, नए बने मकानों की खरीद पर कोई रोक नहीं होगी.
पैसिफिक वीजा स्कीम के तहत आने वाले श्रमिकों को छूट दी जाएगी. सरकार उन विदेशी निवेशकों पर सख्ती करेगी जो जमीन खरीदकर उसे खाली छोड़ देते हैं. खरीदी गई जमीन को तय समय सीमा में विकसित करना होगा.
भारतीयों पर होगा बड़ा असर
ऑस्ट्रेलिया में हर साल बड़ी संख्या में भारतीय जाते हैं. वित्त वर्ष 2023-24 में ही भारत से 4.46 लाख भारतीय वहां पहुंचे. इनमें से ज्यादातर छात्र होते हैं, जो पढ़ाई और करियर बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाते हैं. ऐसे में नए नियमों का सबसे ज्यादा असर भारतीय प्रवासियों पर ही पड़ने वाला है.
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-भारत एक्सप्रेस
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