हमास ने कहा है कि गाजा पट्टी में मौजूद 33 इजरायली बंधकों की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ अन्य बंधक अभी भी लापता हैं. यह मौतें इजरायली सैन्य हमलों के कारण हुई हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को हमास द्वारा जारी एक वीडियो में इजरायल के पिछले हमलों की तस्वीरें दिखाई गईं, जिनमें उन क्षेत्रों पर हमला किया गया जहां इजरायली बंधक रखे गए थे. इन हमलों में बंधकों की मौत हुई. वीडियो में कुछ बंधकों के संदेश भी दिखाए गए.
हमास ने चेतावनी दी है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की “जिद और लगातार आक्रमण” दुश्मन बंधकों की मौत की संख्या बढ़ा रहे हैं. हमास ने कहा, “अगर यह पागलपन भरा युद्ध जारी रहा, तो आप अपने बंधकों को हमेशा के लिए खो सकते हैं. समय रहते कदम उठाएं.”
हमास ने वीडियो जारी कर दी चेतावनी
यह वीडियो हमास के सैन्य विंग, अल-कसम ब्रिगेड्स, द्वारा शनिवार को जारी एक अन्य वीडियो के दो दिन बाद आया. उस वीडियो में एक इजरायली बंधक, जो अमेरिकी नागरिक भी है, को गाजा में कैद दिखाया गया था. एडन अलेक्जेंडर ने कहा कि वह 420 दिनों से अधिक समय से बंधक हैं. उन्होंने इजरायली सरकार और अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप से गाजा में बाकी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की.
इजरायली-अमेरिकी सैनिक मृत घोषित
इससे अलग, सोमवार को इजरायली सेना ने घोषणा की कि एक इजरायली-अमेरिकी सैनिक, जिसे पहले गाजा में बंधक माना जा रहा था, अब मृत घोषित किया गया है. सेना ने उस सैनिक की पहचान कैप्टन ओमर मैक्सिम न्युट्रा (21) के रूप में की, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास के अचानक हमले में मारे गए थे. उनका शव अब भी हमास के पास है. ओमर न्यूयॉर्क में पैदा हुए थे और इजरायली सेना में टैंक पलटन कमांडर के रूप में सेवा कर रहे थे.
7 अक्टूबर, 2023 के हमास के हमले के जवाब में इजरायल गाजा में बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है. इस हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया था. गाजा की स्वास्थ्य एजेंसियों के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक 44,466 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 5 अक्टूबर से गाजा के उत्तरी हिस्से में इजरायल के हमलों के तेज होने के बाद 3,700 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए या लापता हैं.
सख्त कार्रवाई और ऐतिहासिक सजा का वादा
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने बयान में मध्य पूर्व के मौजूदा हालात पर कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अगर बंधकों को 20 जनवरी 2025 तक रिहा नहीं किया गया, तो इसका परिणाम बेहद गंभीर होगा. ट्रंप ने साफ किया कि मानवता के खिलाफ अत्याचार करने वालों को अमेरिका के इतिहास में अब तक की सबसे कठोर सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा, “अगर सही समय पर एक्शन नहीं हुआ, तो अमेरिका ऐसा जवाब देगा जो दुनिया ने पहले कभी नहीं देखा.”
वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक हमास को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता, तब तक युद्ध जारी रहेगा. इजरायल के अंदर भी नेतन्याहू के खिलाफ विरोध के स्वर उठ रहे हैं. बंधकों को छुड़ाने में देरी और बढ़ते संघर्ष के कारण जनता में असंतोष बढ़ रहा है. आलोचकों का कहना है कि सरकार का रुख संघर्ष को और लंबा खींच रहा है. मौजूदा संकट ने वैश्विक समुदाय का ध्यान खींचा है. ट्रंप की सख्त चेतावनी और नेतन्याहू का अडिग रुख इस जटिल स्थिति को किस दिशा में ले जाएगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा.
(समाचार एजंसी IANS के इनपुट के साथ)
-भारत एक्सप्रेस
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