हेलिकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मौत हो गई. इसके बाद मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए गए हैं.
ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में बीते रविवार (19 मई) को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) की मौत के बाद उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर (Mohammad Mokhber) ने देश की बागडोर संभाल ली है. देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इसकी मंजूरी दे दी है.
इस हादसे में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन (Hossein Amirabdollahian) की भी निधन हो गया था. रविवार को हेलिकॉप्टर पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी क्षेत्र में गायब हो गया था. इसके बाद ईरान के सरकारी टेलीविजन ने बताया था, ‘हेलिकॉप्टर मिलने पर पता चला कि इसमें सवार यात्रियों के जीवित होने का कोई संकेत नहीं मिला है’. पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी इलाके में घने कोहरे और बर्फ में रात भर की चली उनकी खोज के बाद उनकी मौत की पुष्टि की गई है. राज्य मीडिया ने बताया कि उनके शव सोमवार (20 मई) सुबह उनके हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ घंटों बाद पाए गए.
यह घटना विशेष रूप से गाजा संघर्ष और इजरायल के साथ ईरान के हालिया तनाव के बीच बढ़े हुए क्षेत्रीय तनाव के दौर के बाद हुई है. राष्ट्रपति रईसी, जो 2021 से पद पर हैं, ने फिलिस्तीन के लिए ईरान के दृढ़ समर्थन का वादा किया था.
The footage shows the moment the president’s helicopter wreckage was found by the volunteer drone team of the Relief & Rescue Organization of the Red Crescent pic.twitter.com/xJ3qCdUi9t
— IRNA News Agency (@IrnaEnglish) May 20, 2024
कहां हुआ हादसा
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर आर्मेनिया और अजरबैजान की सीमाओं के करीब देश के उत्तर-पश्चिम के पहाड़ों में दुर्घटना हुआ है. रविवार (21 मई) को घने कोहरे में यह हेलिकॉप्टर गायब हो गया था. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि रईसी अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक कार्यक्रम से तेहरान लौट रहे थे.
बारिश और कोहरे में काम कर रहे खोज और बचाव दल ने रात भर मलबे का पता लगाया. दुर्घटनास्थल की तस्वीरों में हेलिकॉप्टर के पिछले हिस्से के अलावा उसका कोई भी हिस्सा सही-सलामत नहीं बचा था. ईरानी राज्य समाचार एजेंसी IRNA ने कहा कि रईसी ‘सेवा के दौरान शहीद हो गए’.
The footage shows the transfer of the bodies of the martyrs by the Iranian Red Crescent Society (IRCS) and army rangers pic.twitter.com/oJtEiEc0U6
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हादसे में और किन लोगों की मौत हुई
हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन समेत 8 लोगों की मौत हो गई. इनके अलावा ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती का भी निधन हो गया. हाल ही में ईरानी कैबिनेट द्वारा उन्हें पूर्वी अजरबैजान प्रांत का नया गवर्नर नियुक्त किया गया था. इससे पहले उन्होंने ईरान की राजनीतिक व्यवस्था में कई भूमिकाएं निभाई थीं.
मारे गए लोगों में पूर्वी अजरबैजान प्रांत में सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि और तबरीज शहर में एक इमाम मोहम्मद अली आले-हाशेम भी शामिल थे. आले-हाशिम एक्सपीडिएंसी काउंसिल के प्रांतीय चैंबर के सदस्य और विशेषज्ञों की सभा में प्रांतीय डिप्टी भी थे. रईसी की गार्ड टीम के प्रमुख सरदार सैयद मेहदी मौसवी, हेलिकॉप्टर के पायलट कर्नल सैयद ताहेर मुस्तफवी, सह-पायलट कर्नल मोहसिन दरियानश और उड़ान तकनीशियन मेजर बेहरूज गदीमी भी दुर्घटना में मारे गए.
Bodies of President Raisi, his entourage, identified: Official https://t.co/eMkz7E9e3r pic.twitter.com/tunKvXO7sQ
— IRNA News Agency (@IrnaEnglish) May 20, 2024
कौन हैं मोहम्मद मोखबर
ईरान के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति की मृत्यु या अक्षम होने की स्थिति में प्रथम उपराष्ट्रपति कार्यभार संभालता है. देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर थे, जिन्होंने अब रईसी की जगह देश की बागडोर संभाल ली है. रईसी ने राष्ट्रपति पद संभालने के तुरंत बाद उन्होंने अगस्त 2021 में मोहम्मद मोखबर को पहले राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किया था.
ईरान में कई नियुक्त उपराष्ट्रपति हैं, जो ईरानी मंत्रिमंडल में कार्य करते हैं. पहले उपराष्ट्रपति का पद समकक्षों में प्रथम माना जाता है. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने तक मोहम्मद मोखबर राष्ट्रपति के रूप में कार्य करेंगे, जो अगले 50 दिनों के भीतर होना चाहिए.
अब क्या होगा
मोहम्मद मोखबर ने इससे पहले 14 वर्षों तक सेताड (Setad) के प्रमुख के रूप में कार्य किया था, जो एक शक्तिशाली आर्थिक समूह है और सीधे ईरान के सर्वोच्च नेता के अधीन कार्य करता है. मोखबर के तहत सेताद ने कोविरन बरेकैट (Coviran Barekat) नामक ईरान का अपना कोविड रोधी वैक्सीन विकसित किया था, जिसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता पर सवाल उठाए गए थे.
पूर्व प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ने सोमवार सुबह न्यायपालिका प्रमुख घोलमहुसैन मोहसेनी ईजेई और संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर गालिबफ के साथ एक बैठक की. संविधान के अनुसार, तीनों को 50 दिनों के भीतर होने वाले नए राष्ट्रपति चुनाव के लिए चीजें तय करनी होंगी. मोखबर तब तक अंतरिम राष्ट्रपति बने रहेंगे. राज्य मीडिया ने उनके हवाले से कहा, ‘हम सौंपी गई हर जिम्मेदारी को बिना किसी व्यवधान के करने में दिवगंत राष्ट्रपति रईसी के मार्ग का अनुसरण करेंगे.’
-भारत एक्सप्रेस
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