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इस इस्‍लामिक मुल्‍क में सबसे ज्‍यादा दी जाती है फांसी की सजा, मस्जिद पर हमला करने वालों को सरेआम लटकाया

Iran Hanging 2023 : शिया-बहुल देश ईरान (Iran) फांसी की सजा देने में सबसे आगे है. यहां अब एक मस्जिद में हमला करने वाले इस्‍लामिक चरमपंथियों (Islamic terrorists) को सरेआम फांसी दी गई है. 2 चरमपंथियों ने ईरान की शिया मस्जिद में पिछले साल अक्टूबर में हमला किया था. अदालत में सुनवाई के दौरान उन्‍होंने कबूल किया था कि वो अफगानिस्तान में आतंकी संगठन ISIS के संपर्क में थे. उन्होंने ईरान की शाह चेराग मस्जिद पर हमला करने में आतंकियों की मदद की थी.

ईरान की स्टेट मीडिया IRNA के मुताबिक, जिन चरमपंथियों को शिराज शहर में सुबह-सुबह फांसी दी गई, उनके नाम मोहम्मद रमेज रशीदी और नईम हशेम घोटाली हैं. दोनों को ईरान की सर्वोच्‍च अदालत ने 16 मार्च को फांसी की सजा सुनाई थी. उससे पहले ईरानी मस्जिद में हमले का एक CCTV फुटेज सामने आया था. पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद कहा था कि 3 हथियारबंद आतंकियों ने मस्जिद में दाखिल होते से ही फायरिंग शुरू कर दी थी. उस घटना के बाद पुलिस ने 2 आतंकियों को दबोचा, जबकि एक वहां से भागने में कामयाब हो गया था. पुलिस ने एक बयान में कहा था कि तीसरे आतंकी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था. और, उसके बाद यह खबर आई कि उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी.

26 अक्टूबर को हुआ था हमला
बता दें कि ईरान में पिछले साल 26 अक्टूबर को शिया मस्जिद पर घातक हमला किया गया था. उस हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. उनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS ने ली थी. ISIS को दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन माना जाता है. इसका फुलफॉर्म- इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया है. यह जून 2014 में अस्तित्‍व में आया.

इस साल 354 लोगों को दी गई फांसी
ईरान में इस साल अब तक 354 लोगों को किसी न किसी जुर्म में फांसी देकर मौत के घाट उतार दिया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये वही देश है जहां यदि कोई पैगबंर की जरा आलोचना भी कर दे तो उसे भी मौत की सजा दे दी जाएगी. पिछले साल (2022 में) यहां 582 लोगों को फांसी दी गई थी. हर साल सैकड़ों लोग इसी तरह फांसी पर लटका दिए जाते हैं.

यह भी पढ़ें: कार एक्सीडेंट में मारा गया अंडरग्राउंड खालिस्तानी आतंकी पन्नू, अमेरिका में हुआ हादसा, SJF नाम से चला रहा था मूवमेंट

Vijay Ram

वेब जर्नलिज्म में रचे-रमे. इनका हिंदी न्यूज वेबसाइट के क्रिएटिव प्रजेंटेशन पर फोकस रहा है. 2014 में राजस्थान पत्रिका-जयपुर से बतौर प्रशिक्षु शुरूआत हुई. उसके बाद 7-8 शहरों से होते हुए वनइंडिया हिंदी, एबीपी न्यूज समेत कई पोर्टल पर कार्य किया. जुलाई 2023 से भारत एक्सप्रेस में सेवाएं दीं. पत्रकारिता में बचपन से दिलचस्पी रही, अत: सन् 2000 तक के अखबारों, साप्ताहिक-मासिक पत्रिकाओं को संग्रहित किया. दो दशक से सनातन धर्म के पुराणों, महाभारत-रामायण महाकाव्यों (हिंदी संकलन) में भी अध्ययनरत हैं. धर्म-अध्यात्म, वायरल-ट्रेंडिंग, देश-विदेश, सैन्य-रणनीति और राजनीति की खबरों में रुचि है.

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