ड्रोन (फोटो प्रतीकात्मक)
रूसी के द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है. रूस ने अमेरिकी ड्रोन को ब्लैक सी के ऊपर मार गिराया है. अमेरिकी सेना ने कहा कि रूस के एक लड़ाकू विमान ने मंगलवार को काला सागर के ऊपर अमेरिकी निगरानी ड्रोन के प्रणोदक को निशाना बनाया, जिसके कारण अमेरिकी बलों को मानवरहित हवाई यान को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नीचे लाना पड़ा. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को इस घटना के बारे में जानकारी दी. रूस का भी इस घटना पर बयान सामने आया है, बोला- ‘चक्कर खाकर खुद ही गिर गया है.
‘‘असुरक्षित एवं गैर पेशेवर तरीके से किया बाधित’’
‘यूएस यूरोपियन कमांड’ ने एक बयान में कहा कि दो रूसी एसयू-27 लड़ाकू विमानों ने काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ रहे एक अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को ‘‘असुरक्षित एवं गैर पेशेवर तरीके से बाधित किया.’’ उसने कहा कि रूसी लड़ाकू विमानों में से एक ने ‘‘एमक्यू-9 के प्रणोदक को निशाना बनाया, जिससे अमेरिकी सेना को एमक्यू-9 को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नीचे लाना पड़ा.’’ इस बीच, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी ड्रोन रूसी सीमा के पास उड़ान भर रहा था और वह रूसी प्राधिकारियों द्वारा प्रतिबंधित सीमा के रूप में घोषित किए गए क्षेत्र में घुस गया. उसने कहा कि रूसी सेना ने ड्रोन को रोकने के लिए लड़ाकू विमानों को तैनात किया और ड्रोन तेजी से मुड़ने के बाद पानी में गिर गया.
अमेरिकी राष्ट्रपति को दी गई जानकारी
अमेरिकी वायु सेना ने एक बयान जारी किया है, जिसमे रूसी विमान पर “अनप्रोफेशनल तरीके से और लापरवाही भरे तरीके से काम करने का आरोप लगाया है. जानकारी के अनुसार, इस घटना की जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी दे दी गई है. राष्ट्रपति को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार सुबह इस घटना के बारे में जानकारी दी है.
-भारत एक्सप्रेस
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