कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य (फोटो ट्विटर)
UP Politics: रामचरितमानस को लेकर लगातार विवादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से सनातन धर्म पर हमला बोला है और इस बार उसने ब्राह्मा जी को लेकर विवादित टिप्पणी की है. इसी के बाद एक बार फिर से इस मामले में नया विवाद खड़ा होता दिखाई दे रहा है. तो वहीं उन्होंने ओपी राजभर और दारा सिंह को लेकर भी टिप्पणी की व सनातन धर्म को लेकर संघ व बीजेपी को भी घेरा.
दरअसल सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य हरदोई पहुंचे थे. यहां पहले ही हिंदू जागरण मंच ने स्वामी प्रसाद मौर्य को काले झंडे भी दिखाए थे और लगातार सनातन धर्म और रामचरितमानस को लेकर उनके द्वारा दिए जा रहे विवादित बयान का विरोध किया. बावजूद इसके वह नहीं माने और एक बार फिर से सनातन पर हमला बोला. वह हरदोई में संविधान व आरक्षण संरक्षण सेना के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हुए थे और इस मौके पर अपने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि, “बच्चे मां के पेट से पैदा होते हैं. बच्चे ब्रह्मा के शरीर से चार जगह से कैसे पैदा हुए?” इसी के साथ उन्होंने सनातन धर्म को टारगेट किया और फिर कहा कि, “सनातन धर्म में ज्यादातर सब ढोंग और ढकोसला है.” इसी के साथ संघ और बीजेपी को निशाना साधते हुए कहा कि, संघ और भाजपा के लोग सनातन धर्म की एबीसीडी भी नहीं जानते हैं.
अपना गाल बजा रहे हैं
मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा और संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि, इन दिनों जो सनातन का अर्थ नहीं समझते हैं. वह सनातन-सनातन करके अपने गाल ज्यादा बजा रहे हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि वह खुद सनातन धर्म में विश्वास करते हैं. सपा नेता ने कहा कि, सनातन जो कि शाश्वत है. लाखों साल पहले भी था और आज भी है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, सनातन धर्म आगे भी रहेगा. पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है. यह सनातन धर्म है. आज हवा, जल और आग यह हमें जीवन देते हैं. यह सब सनातन ही हैं.
जाति-पात फैलाना सनातन नहीं
मीडिया से बात करते हुए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सनातन धर्म को ढोंग बताया और कहा कि, मां के पेट से बच्चा पैदा होता है. यह सनातन है, लेकिन मुंह से कोई पैदा करता है. हाथ से कोई पैदा करता है. जंघे से कोई पैदा करता है. यह सनातन नहीं है. यह सब ढोंग और ढकोसला है. इसी के साथ सनातन को कैंसर की बीमारी बताते हुए कहा कि, समाज में जिस तरह से जाति-पात, छुआछूत और भेदभाव फैलाया गया है. यह सनातन धर्म नहीं है. यह सब कैंसर से बड़ी बीमारी है.
-भारत एक्सप्रेस
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