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UP Politics: “अवसरवादियों को समझ आ गया कांग्रेस के साथ कोई फायदा नहीं…” अखिलेश-स्टालिन की मुलाकात पर भाजपा नेता ने कसा तंज

Lucknow: भाजपा नेता ने कहा कि इनके अंदर जनता के मुद्दों को उठाने का हुनर नहीं है. आप प्रदर्शनकारी बनने के लिए सदन में जाते हैं या चर्चा करने के लिए.

भाजपा नेता सिद्धार्थ सिंह (फोटो-सोशल मीडिया)

UP Politics: लोकसभा चुनाव-2024 से पहले सपा और कांग्रेस के बीच खाई पटती नहीं दिख रही है. मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और सपा के बीच आई खटास फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रही है.  वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा आमंत्रण दिए जाने के बाद सोमवार को चेन्नई पहुंचे अखिलेश यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की आदमकद प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसके बाद स्टालिन और अखिलेश के बीच हुई बातचीत का दौर चला, जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. क्योंकि इस कार्यक्रम से उन्होंने कांग्रेस को दूर रखा था. जबकि तमिलनाडु में कांग्रेस इनकी सहयोगी पार्टी है. इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थनाथ सिंह का बयान सामने आ रहा है. उन्होंने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा है और कहा है कि अवसरवादियों को समझ आ गया है कि कांग्रेस के साथ कोई फायदा नहीं है.

सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि, इंडिया एलायंस के अंदर खुली चुनौती कांग्रेस के लिए हैं. अवसरवादियों को समझ में आ गया है कि अब कांग्रेस के साथ कोई फायदा नहीं है. इसी के साथ उन्होंने यूपी के विधान भवन में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस कार्यालय को छोटा कर दिया गया है. इनकी जगहों का कुछ हिस्सा बीजेपी औऱ समाजवादी पार्टी को दे दिया गए हैं. इस पूरे मामले पर कुछ नेताओं ने आपत्ति जाहिर की है.

इस पर सवाल करने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस और बीएसपी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए? ये नियमावली तो पहले की है. कोई भाजपा ने 2017 में आकर तो नहीं बनाई. नियमावली के तहत काम किया गया है. उन्होंने ये भी कहा कि मेहनत करो, जनता के बीच जाओ और उससे अपना संख्या बल बढ़ाओ और फिर अपना कमरा लो.

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सदन में मोबाइल-बैनर ले जाने का किया जा रहा है विरोध

यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र जारी है और इस बार सदन में मोबाइल फोन और बैनर-पोस्टर आदि अंदर ले जाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस पर सपा के साथ ही अन्य विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं. अखिलेश यादव कह रहे हैं कि विपक्षी दलों को दबाया जा रहा है. इस सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि, इनके अंदर जनता के मुद्दों को उठाने का हुनर नहीं है.

 



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