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Jammu Kashmir: पर्यटन के मामले में जम्मू कश्मीर ने तोड़े रिकॉर्ड, 11 महीनों में 2 करोड़ लोगों ने की केंद्रशासित प्रदेश की सैर

Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में जी 20 सम्मेलन के चलते पर्यटन के कई पुराने रिकॉर्ड टूटे हैं जो कि राज्य की आर्थिक स्थिति के मजबूत होने की उम्मीद को बढ़ाता है.

जम्मू-कश्मीर (फाइल फोटो)

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का खात्मा होने और केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद राज्य की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. जम्मू-कश्मीर में हुई जी20 समिट की बैठकें इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि राज्य में स्थिति सामान्य होती जा रही है, सात ही विकास के नए आयाम आए दिन स्थापित हो रहे हैं. इस बीच राज्य में पर्यटन भी तेजी से बढ़ा है. पर्यटन में विस्तार को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यसभा के पटल पर अहम जानकारी दी है और बताया है कि पिछले 11 महीनों में राज्य में पर्यटन ने पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं.

जम्मू कश्मीर की वर्तमान पर्यटन की स्थिति को लेकर जम्मू कश्मीर के पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में बताया कि भारत सरकार ने पूर्वोत्तर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनका असर दिख रहा है.

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केंद्रीय मंत्री ने पर्यटकों की संख्या को लेकर बताया है कि कैसे पिछले 11 सालों में पर्यटन के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. जी किशन रेड्डी ने कहा है कि 11 महीनों में दो करोड़ पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा की जो केंद्रशासित प्रदेश के इतिहास में एक रिकॉर्ड है. जी किशन रेड्डी ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार का प्रयास है कि हर शिक्षण संस्थान में एक ‘‘युवा पर्यटन क्लब’’ की स्थापना की जाए और इस क्रम में अब तक 35 हजार ऐसे क्लब भारत सरकार ने स्थापित किए हैं.

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पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि पहले पूर्वोत्तर में रेल, रोड और वायु संपर्क पर्याप्त नहीं था और इस सरकार ने उस क्षेत्र में बुनियादी ढांचा के विकास पर जोर दिया है. उन्होंने पर्यटन क्षेत्र के लिए आधारभूत ढांचे को अहम बताते हुए कहा कि इस सरकार ने पिछले नौ साल में पूर्वात्तर में बुनियादी ढांचा के विकास के लिए पांच लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

-भारत एक्सप्रेस



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