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भौम प्रदोष व्रत आज, भगवान शिव के साथ श्रीराम भक्त हनुमान की पूजा का है विधान, जाने शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Bhaum Pradosh Vrat 2024: आज पड़ने वाले व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. भौम का अर्थ होता है मंगल ऐसे में मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है.

Bhagwan Shiv

भगवान शिव

Bhaum Pradosh Vrat 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस व्रत का एक विशेष महत्व है. इस दिन भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती का भी पूजन होता है. प्रदोष तिथि पर रखे जाने वाले व्रत को प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. दिन के हिसाब से प्रदोष व्रत के नाम हैं. वहीं आज पड़ने वाले व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. भौम का अर्थ होता है मंगल ऐसे में मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी की पूजा का महत्व है. भगवान शिव की आराधना से जीवन खुशहाल होता है तो हनुमान जी की उपासना से शत्रुओं का नाश होता है.

ज्योतिष के अनुसार इस दिन (Pradosh Vrat 2024) पूजा प्रदोष काल में की जाती है. माना जाता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में सभी तरह के सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इसके अलावा मां पार्वती की कृपा से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है.

प्रदोष व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, जनवरी माह के भौम प्रदोष व्रत की शुरुआत (Bhaum Pradosh Vrat 2024 Shubh Muhurat) पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी 22 जनवरी की रात 7 बजकर 51 मिनट पर हो चुकी है और इस तिथि का समापन आज 23 जनवरी को रात में 8 बजकर 39 मिनट पर होगा. भौम प्रदोष व्रत के पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 52 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 33 मिनट कर रहेगा.

प्रदोष व्रत की पूजा विधि

भौम प्रदोष व्रत के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद शिव जी के सामने दीप प्रज्वलित कर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024) का संकल्प लें. संध्या समय शुभ मुहूर्त में पूजा आरंभ करें. गाय के दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें. फिर शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, मदार, पुष्प, भांग, आदि अर्पित करें. फिर विधिपूर्वक पूजन करें. वहीं सुबह ब्रम्ह मुहुर्त में उठते हुए सूर्य देव को जल अर्पित करें.

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प्रदोष व्रत का महत्व

मान्यता है कि भौम प्रदोष व्रत को करने से रोग, ग्रह दोष, कष्ट, पाप आदि से मुक्ति मिलती है. भगवान शिव शंकर की कृपा से धन, धान्य, सुख, समृद्धि से जीवन परिपूर्ण रहता है. वहीं माना जाता है कि पूरे विधि विधान शिव जी की पूजा करने से आर्थिक दिक्कत दूर हो जाती हैं. इसके अलावा वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियों से भी राहत मिलती है. इसके अलावा हनुमान जी की कृपा से कर्ज से मुक्ति मिलती है.



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