UCC Bill: मंगलवार यानी 5 फरवरी को उत्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा विधानसभा में यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल (UCC Bill) पेश करने के बाद यूपी में सियासत गर्म हो गई है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) नेता और सांसद एसटी हसन ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि, “आप कानून कितने भी लाए, लेकिन हम वही मानेंगे जो कुरान शरीफ में है. हमें मालूम है की आप ये कानून क्यों ला रहे हैं.” इसी के साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया है और कहा है कि, वोट की राजनीति के चलते चुनाव के पहले ये कानून लाने की जरूरत क्यों हैं. ये सिर्फ हिंदू मुसलमान को लड़ाने के लिए इसे लाया जा रहा है. हम इसे नहीं मानेंगे, हम केवल कुरान को मानेंगे.
दूसरी ओर उत्तराखंड विधानसभा में यूसीसी बिल आने पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुशी जताई है और कहा है कि, “हम इसका स्वागत करते हैं.” इसी के साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, भाजपा के तीन मुख्य मुद्दे थे: अयोध्या में रामलला का मंदिर, धारा 370 (जम्मू-कश्मीर) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी). उन्होंने आगे कहा कि, मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देता हूं.” तो वहीं उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुए UCC बिल पर उत्तराखंड भाजपा विधायक शिव अरोड़ा ने कहा है, “यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. UCC से बड़ी खुशी क्या हो सकती है? यह लोगों को समान अधिकार देता है. मुख्यमंत्री धामी ने आज इसकी शुरुआत की.”
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कांग्रेस ने भी जताई आपत्ति
तो वहीं इस बिल को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आपत्ति दर्ज कराई है और इसी के साथ ही सवाल खड़े करते हुए कहा है कि, सरकार यूसीसी के ड्राफ्ट को तुरंत लागू क्यों करना चाहती है. इसी के साथ ही कांग्रेस ने इस ड्राफ्ट को पढ़ने का समय मांगा, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने दो बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी. बता दें कि यूसीसी बिल को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह सहित कई अन्य नेताओं ने भी आपत्ति जताई है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में पेश होने वाले प्रस्तावों की जानकारी सदन में दी.
-भारत एक्सप्रेस
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