किसानों का दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टला.
Punjab Haryana Kisan Andolan update: एमएसपी पर गांरटी कानून समेत अन्य मांगों को लेकर पंजाब के किसान 13 फरवरी से शंभू बाॅर्डर पर जमे हैं. वे दिल्ली कूच करना चाहते हैं लेकिन हरियाणा सरकार की मोर्चेबंदी के आगे उनकी एक नहीं चली. ऐसे में फिलहाल सभी किसान फिलहाल शंभू बाॅर्डर पर डटे हैं. किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है.
हालांकि किसानों ने कहा है कि वे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे घर वापस नहीं जाएंगे. वहीं किसान संगठन आज डब्ल्यूटीओ को लेकर किसानों को जागरूक करेंगे. एक्सपर्ट आकर किसानों को समझाएंगे कि डब्ल्यूटीओ समझौते में रहने से हमारा कैसे नुकसान हो रहा है.
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हरियाणा में इंटरनेट से बैन हटा
वहीं हरियाणा में 7 जिलों में लगे इंटरनेट बैन को हटा दिया है. किसान आंदोलन के चलते अंबाला, हिसार, कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा,जींद में 11 फरवरी से मोबाइल इंटरनेट बंद था. इधर दिल्ली में सिंघू और टिकरी बाॅर्डर को अस्थायी तौर पर खोल दिया गया है. बाॅर्डर खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है.
वहीं खनौरी बाॅर्डर पर बठिंडा के युवा किसान शुभकरण का पोस्टमाॅर्टम अभी तक नहीं हो पाया है. पंजाब सरकार ने उसके परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. किसान संगठनों की मांग है कि पंजाब पुलिस शुभकरण की मौत मामले में हत्या का मामला दर्ज करे.
27 फरवरी को किसान यूनियनों के साथ होगी बैठक
संयुक्त किसान मोर्चा के सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि पुलिस की बर्बरतापूर्ण हरकत के कारण हरियाणा में आपात स्थिति बन गई है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ पर चर्चा के लिए आज एक्सपर्ट बुलाए गए हैं. 27 फरवरी को किसान युनियनों के साथ बैठक करेंगे और आंदोलन को लेकर आगे फैसला करेंगे.
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