एल्विश यादव.
Elvish Yadav snake venom case: एल्विश यादव को मंगलवार को लुक्सर जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार नोएडा पुलिस मामले की खोजबीन में जुटी है जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां होंगी. फिलहाल पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच कर रही है.
पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर एल्विश आर्मी ग्रुप के जरिए उनके फैंस ने जो पुलिस को जो अपशब्द कहे उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. रविवार शाम को ही पुलिस ने एल्विश को क्वारंटाइन सेल में बंद किया गया है. उसके बाद अब उसे हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार पहले पुलिस ने एल्विश को नाॅर्मल प्रोसीजर के तहत आम कैदियों के साथ रखा था लेकिन सेलिब्रिटी होने के नाते उसे हाई सिक्योरिटी जेल में बंद किया गया.
स्वैग दिखाने के लिए बनाता था वीडियो
वहीं इस मामले में गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. नोएडा पुलिस के अनुसार पैसा कमाने के अलावा एल्विश दिल्ली-एनसीआर में सोशल मीडिया फैन बेस बढ़ाने और स्वैग दिखाने के लिए सांपों वाले वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करता था.
पुलिस के पास एल्विश के खिलाफ सबूत
पुलिस की मानें तो पूछताछ के दौरान उसने उस पर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया. लेकिन हमारे पास सबूत हैं. पुलिस के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अपने फैंस के बीच एक व्यक्ति की इमेज बनाना चाहता था जो कानूनी एजेंसियों से डरता नहीं है. उन्होंने बताया कि यादव से जुड़ी 6 से ज्यादा रेव पार्टियों में सांप के जहर के इस्तेमाल के सबूत मिले हैं. वहीं कुछ पार्टियों में वह स्वयं भी शािमल हुआ था.
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
बता दें कि इस मामले का खुलासा भाजपा की सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी के एनजीओ पीपल फाॅर एनिमल्स की सूचना के बाद आया था. जिसके बाद पुलिस ने नोएडा सेक्टर 51 में एक बैक्वेंट हाॅल से 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. मामले में पुलिस ने मौके पर छापेमारी कर 20 मिली. सांप का जहर, पांच कोबरा, एक अजगर, दो सिर वाले दो सांप और रैट स्नेक बरामद किए थे.
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