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Manipur Violence: नग्न अवस्था में दो महिलाओं के परेड कराए जाने के मामले में बड़ा खुलासा… भीड़ को देखकर हट गई थी पुलिस, नहीं की थी कोई मदद

CBI की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि जब दोनों पीड़िताओं को परेड कराया गया, उसके ठीक पहले वो पुलिस की गाड़ी में बैठने में सफल हो गई थीं.

Manipur Violence

फोटो-सोशल मीडिया

Manipur Violence: मणिपुर पिछले साल दो महिलाओं को नग्न अवस्था में परेड़ कराने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. इस घटना में महिलाओं का यौन उत्पीड़न भी किया गया था. तो वहीं CBI की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि जब दोनों पीड़िताओं को परेड कराया गया, उसके ठीक पहले वो पुलिस की गाड़ी में बैठने में सफल हो गई थीं. उस समय सड़क के किनारे पुलिस की गाड़ी खड़ी थी. चार्जशीट में कहा गया है कि पीड़िताओं ने पुलिस को गाड़ी चलाकर वहां से निकलने के लिए कहा था लेकिन ड्राइवर ने कहा था कि उसके पास गाड़ी की चाभी नहीं है.

3 मई 2023 को हुई थी ये घटना

मीडिया सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में ये भी कहा गया कि उस पुलिस जिप्सी में पहले से दो पुरुष पीड़ित भी थे और वहां पर पुलिसवाले भी मौजूद थी लेकिन जैसे ही भीड़ वहां पहुंची और पीड़िताओं को गाड़ी से बाहर निकाला तो सारे पुलिसकर्मी वहां से हट गए थे. CBI की जांच में सामने आया है कि चुराचांदपुर जिले में महिलाओं के साथ ये हिंसक घटना 3 मई 2023 में हुई थी. फिलहाल पिछले साल ही अक्टूबर महीने में गुवाहाटी की एक विशेष अदालत में इस घटना के सम्बंध में 6 लोगों और 1 नाबालिग के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया था.

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जानें क्या हुई थी घटना?

बता दें कि साल 2023 के जुलाई महीने में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें साफ दिखाई दे रहा था कि बड़ी संख्या में लोग दो महिलाओं को घसीटते हुए ले जा रहे हैं. इन महिलाओं के तन पर एक भी कपड़ा नहीं था. महिलाओं को परेड कराते वक्त तमाम पुरुष महिलाओं को गलत तरीके से छू भी रहे थे. इस घटना में 20 और 40 साल की महिला के साथ हिंसा हुआ थी. महिलाओं का यौन उत्पीड़न भी किया गया था. इस वीडियो को लेकर देश भर में आलोचना हुई थी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी.

मणिपुर में कई और इलाकों में हुई थी हिंसा

बता दें कि पिछले एक साल के मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है. इस सम्बंध में सीबीआई ने अपने चार्जशीट में बताया कि इस घटना के बाद ही कई इलाकों में हिंसा की घटना सामने आई थी. मैतेई समुदाय की भीड़ ने एक गांव पर हमला किया और कई घरों में आग लगा दी थी तो इसी के साथ ही पड़ोस के एक गांवों के तमाम घरों को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था. जांच में ये भी सामने आया है कि 4 मई को मैतेई गांव के प्रधानों और दूसरे समुदायों के लोगों के साथ बैठक हुई थी लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों ने एक चर्च और उसके आस-पास के कुछ घरों को आग के हवाले कर दिया था.

ये हैं आरोपी

सामने आई चार्जशीट में हुइरेम हेरोदाश मैतेई (32 साल) अरुण खुंडोंगबम उर्फ नानाओ (31 साल), निंगोम्बम टोम्बा सिंह उर्फ टोमथिन (18 साल), पुखरीहोंगबाम सुरंजय मैतेई (24 साल), नामीराकपम किरम मैतेई (30 साल) के साथ ही एक नाबालिग का भी नाम सामने आया है. इन लोगों पर सामूहिक बलात्कार, हत्या, महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराएं लगाई गई थीं और पिछले साल ही जुलाई महीने में इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था.

सीबीआई कर रही है जांच

फिलहाल इस घटना को लेकर मणिपुर के DGP राजीव सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिसवालों के खिलाफ पहले ही विभागीय कार्रवाई की जा चुकी है. इस केस मे आगे की जांच सीबीआई कर रही है आगे भी कार्रवाई की जाएगी.

-भारत एक्सप्रेस



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