लखीमपुर खीरी ट्रांसजेंडर मामला
Lakhimpur Kheri: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ट्रांसजेंडर द्वारा डाले गए वीडियो से हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल ट्रांसजेंडर को इसकी नौकरी के एक हफ्ते बाद ही निकाल दिया गया, जिसके बाद ट्रांसजेंडर टीचर ने राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत करते हुए सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो डाल दिया था.
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, ये मामला लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक स्कूल से जुड़ा हुआ है. अंग्रेजी माध्यम के स्कूल उमा देवी चिल्ड्रन अकादमी पर एक ट्रांसजेंडर ने आरोप लगाया है कि स्कूल ने सामाजिक विज्ञान के प्रवक्ता पद के लिए एक विज्ञप्ति निकाली थी.
ट्रांसजेंडर ने उसके लिए आवेदन करते हुए इंटरव्यू दिया था. जिसके बाद इस पद के लिए उसका चयन कर लिया गया. अपॉइंटमेंट के एक हफ्ते बाद जब विद्यालय की मैनेजमेंट कमेटी को उसके जेंडर के विषय में पता चला तो तत्काल उसे स्कूल से निकाल दिया गया. जबकि निकालने से पहले उसे किसी तरह का नोटिस भी नहीं दिया गया था. अब ट्रांसजेंडर टीचर ने पुलिस अधीक्षक, राष्ट्रीय महिला आयोग, जिलाधिकारी और मोहम्मदी कोतवाली में आठ पन्नों में अपना कंप्लेन दिया है. शिकायती पत्र में उसने ना केवल विद्यालय के प्रबंध समिति, बल्कि दूसरे बच्चों पर भी आरोप लगाए हैं. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.
क्या कहना है विद्यालय प्रबंधन का
विद्यालय की प्रधानाचार्य उमा देवी गुप्ता का कहना है कि सामाजिक विज्ञान के प्रवक्ता पद पर 25 नवंबर 2022 को जैन कौशिक नामक एक शिक्षिका को रखा गया था, जिन्हें 3 दिसंबर 2022 को कार्य मुक्त कर दिया गया है.
वही, इस मामले में प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह ने बताया कि ट्रांसजेंडर टीचर द्वारा दिए गए 8 पन्नों की शिकायती पत्र की जांच कराई जा रही है. क्योंकि यह मामला एजुकेशन डिपार्टमेंट से जुड़ा हुआ है, इसलिए इस डिपार्टमेंट के अधिकारी भी इसके इन्वेस्टिगेशन करें. लखीमपुर की यह घटना देशभर के लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. कई बुद्धिजीवी लोगों द्वारा इसे लेकर निंदा भी की जा रही है.
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