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जानें कौन हैं नए विदेश सचिव विक्रम मिस्री? तीन प्रधानमंत्रियों के रहे खास, चीन मामलों के हैं विशेषज्ञ

विक्रम मिस्री 15 जुलाई से अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. कार्मिक मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति का आदेश भी जारी कर दिया है.

Vikram Misri

फोटो-सोशल मीडिया

Vikram Misri News: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी विक्रम मिस्री को भारत का अगला विदेश सचिव नियुक्त किया गया है. 15 जुलाई को वह अपना कार्यभार सम्भालेंगे. शुक्रवार को सरकार ने देश के डिप्टी NSA विक्रम मिस्री को अगला विदेश सचिव बनाने की घोषणा की थी. इसको लेकर कार्मिक मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति का आदेश भी जारी कर दिया है.

कश्मीरी हिंदू परिवार में हुआ जन्म

बता दें कि विक्रम मिस्री का जन्म 7 नवंबर, 1964 को श्रीनगर में एक कश्मीरी हिंदू परिवार में हुआ था. वह अंग्रेजी, हिंदी और कश्मीरी भाषा में निपुण हैं और उन्हें फ्रेंच का भी ज्ञान है. उन्होंने डॉली मिस्री से शादी की है और उनके दो बच्चे हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिंधिया स्कूल से पूरी करने के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री और एक्सएलआरआई जमशेदपुर से एमबीए की डिग्री हासिल की. 1 जनवरी, 2022 में उनको राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी एनएसए के रूप में पंकज सरन के स्थान पर नियुक्ति मिली.

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चीन मामलों के है एक्सपर्ट

मिस्री विदेश सचिव बनने से पहले डिप्टी एनएसए (उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उनको चीन मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है. 1989 बैच के आईएफएस अधिकारी मिस्री, विनय क्वात्रा का स्थान लेंगे. तो वहीं सम्भावना जताई जा रही है कि क्वात्रा को अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त किया जा सकता है. 59 वर्षीय मिस्री इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह के साथ ही नरेंद्र मोदी यानी इन तीन प्रधानमंत्रियों के निजी सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं. बता दें कि डिप्टी एनएसए के रूप में अपनी नियुक्त से पहले वह 2019-2021 तक चीन में भारत के राजदूत के रूप में काम कर चुके हैं. उनको चीन की कम्युनिस्ट सरकार में अपने अच्छे नेटवर्क के लिए जाना जाता है.

गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद निभाई ये महत्वपूर्ण भूमिका

2020 में गलवान घाटी में हुई भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के कारण चीन और भारत के संबंधों में खटास आ गई थी. इसे कई दशकों में दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष माना गया था. उस वक्त मिस्री ने दोनों देशों के बीच बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. विदेश सेवा में अपने तीन दशक से अधिक के शानदार करियर के दौरान विक्रम मिस्री पाकिस्तान, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम और श्रीलंका सहित कई भारतीय मिशनों में प्रमुख पदों पर तैनात रहे. इसी के साथ ही स्पेन (2014-2016) और म्यांमार (2016-2018) में वह भारत के राजदूत भी रहे. फ्रांस में भारत के मौजूदा राजदूत जावेद अशरफ को मिस्री की जगह डिप्टी एनएसए नियुक्त किये जाने की उम्मीद जताई जा रही है.

वर्तमान में जानें कौन हैं विदेश सचिव

मालूम हो कि वर्तमान में देश के विदेश सचिव का पद विनय मोहन क्वात्रा सम्भाल रहे हैं. हालांकि उनका कार्यकाल इस साल 30 अप्रैल को ही पूरा हो गया था लेकिन पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनका कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था. अब माना जा रहा है कि विनय क्वात अमेरिका में भारत के अगले राजदूत हो सकते हैं तरनजीत संधू के जनवरी में सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली है. गौरतलब है कि तरनजीत संधू विदेश सेवा से रिटायर होने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे और अमृतसर से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा.

-भारत एक्सप्रेस



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