गृह मंत्री अमित शाह
Amit Shah vs Congress: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में चुनावी बिगुल बजा दिया. उन्होंने कांग्रेस की पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें आंकड़ों के साथ मैदान में आने की चुनौती दी. शाह ने ये भी कहा- यदि कांग्रेस हरियाणा में अब सत्ता में आई तो पिछड़े वर्गों से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देगी.
गृह मंत्री ने कर्नाटक का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्गों से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दिया, अब अगर वो हरियाणा में सत्ता में आती है तो यहां भी ऐसा ही करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही पिछड़े वर्गों के खिलाफ रही है.
‘काका कालेलकर आयोग को लागू नहीं किया गया’
उन्होंने कहा, “1957 में ओबीसी आरक्षण के लिए काका कालेलकर आयोग का गठन किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे सालों तक लागू नहीं किया. 1980 में इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग को ठंडे बस्ते में डाल दिया. 1990 में जब इसे पेश किया गया तो राजीव गांधी ने दो घंटे 43 मिनट का भाषण देकर ओबीसी आरक्षण का विरोध किया.”
‘भाजपा है दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने ही पूरे देश को बताया कि उनकी सरकार दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार है. उन्होंने कहा, “भाजपा ने देश को पहला सशक्त पिछड़ा वर्ग का प्रधानमंत्री देने का काम किया है. केंद्र में 71 में से 27 मंत्री पिछड़ा वर्ग से हैं.”
‘हम हरियाणा में मुस्लिमों को आरक्षण नहीं होने देंगे’
गृह मंत्री अमित शाह ने ओबीसी समुदाय के लिए प्रधानमंत्री के कामों को गिनाया और कहा कि उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में उनके लिए आरक्षण सुनिश्चित किया. उन्होंने कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में मुस्लिम आरक्षण नहीं होने देंगे.” उन्होंने कांग्रेस नेता और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र हुड्डा को चुनौती देते हुए कहा, “मैं एक-एक पाई का हिसाब लेकर आया हूं, आंकड़ों के साथ मैदान में आएं.”
इसी साल होंगे इस राज्य में विधानसभा के चुनाव
मालूम हो कि हरियाणा में अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं. भाजपा यहां अकेले चुनाव लड़ने वाली है. उसकी नजर पिछड़े वर्ग को लुभाने पर है, जिनकी राज्य में 27 फीसदी हिस्सेदारी है. तीन सप्ताह से भी कम समय में अमित शाह का यह दूसरा हरियाणा दौरा है.
– भारत एक्सप्रेस
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