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बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने CJI को लिखा पत्र, वकीलों का अपमान करने वाले जजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

सीजेआई को लिखी गई चिठ्ठी में न्यायिक अखंडता की रक्षा के लिए सुधारों की भी मांग की गई है. चिठ्ठी में कहा गया है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आचार संहिता स्थापित करने की तत्काल जरूरत है.

Bar Council of India

बार काउंसिल ऑफ इंडिया

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachu) को चिठ्ठी लिखी है. चिठ्ठी में वकीलों का अनादर करने वाले जजों की शिकायत करते हुए जजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई गई. जजों पर वकीलों द्वारा आरोप लगाया गया है कि सुनवाई के दौरान वो फटकार लगाते हैं, या इस तरह की बातें कहते है, जिससे वकीलों का अपमान होता है.

सीजेआई को लिखी गई चिठ्ठी में न्यायिक अखंडता की रक्षा के लिए सुधारों की भी मांग की गई है. चिठ्ठी में कहा गया है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आचार संहिता स्थापित करने की तत्काल जरूरत है. बीसीआई के चेयरमैन मनन मिश्रा ने चिठ्ठी में यह भी कहा है कि शिष्टाचार बनाये रखने आवश्यक है कि जज, वकीलों, वादियों और अदालत के कर्मचारियों के साथ सम्मान पूर्वक और पेशेवर तरीके से बातचीत करें.

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दरअसल 1 अक्टूबर को मद्रास हाईकोर्ट की एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था. जिसमें मद्रास हाईकोर्ट के जस्टिस आर सुब्रमण्यम और जस्टिस एल विक्टोरिया गौरी की बेंच किसी मामले पर सुनवाई कर रही थी. वीडियो क्लिप में जस्टिस सुब्रमण्यम सीनियर एडवोकेट पी विल्सन को फटकार लगाते हुए दिखाई दे रहे है. जस्टिस सुब्रमण्यम वीडियो में एडवोकेट विल्सन पर यह आरोप लगाते हुए देखा गया कि वह टिक्स प्ले करते है और उन्हें केस से हटवा देते है. इस दौरान एडवोकेट विल्सन कई बार क्षमा मांगने की कोशिश भी करते है, लेकिन जज ने उनका मैटर सुनने से साफ मना कर दिया था.

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-भारत एक्सप्रेस

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