पीएम मोदी
प्रधानमंत्री गतिशक्ति की तीसरी सालगिरह के मौके पर पीएम मोदी ने भारत मंडपम स्थित प्रधानमंत्री गतिशक्ति केंद्र का दौरा किया. इस केंद्र में प्रधानमंत्री गतिशक्ति की प्रमुख विशेषताओं, उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गतिशक्ति के प्रभाव के कारण देश भर में परियोजनाओं की प्लानिंग और क्रियान्वयन में आई तेजी की सराहना की. उन्होंने सभी क्षेत्रों में इसके अपनाने की सराहना की, जो विकसित भारत के सपने को पूरा करने में योगदान कर रहा है.
पीएम गतिशक्ति से हुए ये बदलाव
पीएम गतिशक्ति का उपयोग करते हुए रेल मंत्रालय ने सिर्फ एक साल में 400 से अधिक रेलवे परियोजनाओं और 27,000 किलोमीटर रेलवे लाइनों की योजना बनाई है. नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) समेकित बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालयों में प्रयासों को समन्वित कर रहा है. 81 एनपीजी बैठकों के साथ, 15.48 लाख करोड़ रुपये की 213 परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया है.
पीएम गतिशक्ति के माध्यम से, निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने के लिए अंतिम मील कनेक्टिविटी अंतराल का आकलन किया जा रहा है. यह वास्तव में ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण का प्रतीक है, जिसमें केंद्र सरकार के 44 मंत्रालयों और 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित 1529 डेटा परतें पहले से ही शामिल हैं. क्षेत्रीय कार्यशालाओं और क्षमता निर्माण पहलों ने इसके व्यापक रूप से अपनाने में मदद की है.
बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र एक और प्रमुख फोकस क्षेत्र है। 1,500 से अधिक जीआईएस डेटा परतों से जुड़े मोबाइल ऐप का उपयोग करके 29,000 बस्तियों में 45 लाख पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह) (11 लाख परिवार) का मानचित्रण किया गया है.
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पीएम गतिशक्ति आंगनवाड़ी केंद्रों के स्थानों की प्रभावी रूप से योजना बनाने में मदद कर रही है. यह अधिक पोषण संबंधी आवश्यकताओं वाले आंगनवाड़ी केंद्रों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर रही है. राष्ट्रीय मास्टर प्लान पर 10 लाख से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों को मैप किया गया है. इसका उपयोग जिलों में प्रमुख उद्योगों की पहचान करने के लिए भी किया गया है ताकि स्कूलों द्वारा जिला-विशिष्ट कौशल पाठ्यक्रम प्रदान किए जा सकें. पीएम श्री स्कूलों को पीएम गतिशक्ति पोर्टल में मैप किया गया है ताकि आस-पास के अन्य स्कूलों को भौगोलिक जानकारी के आधार पर पहचाना जा सके. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पीएम गतिशक्ति ढांचे को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है और नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ ज्ञान साझा करने पर समझौता ज्ञापन पर काम चल रहा है. पीएम ने ओडीओपी अनुभूति केंद्र का भी दौरा किया और देश भर के विभिन्न जिलों के उत्पादों के चयन, ब्रांडिंग और प्रचार में मदद करने में ओडीओपी पहल द्वारा की गई प्रगति की सराहना की.
-भारत एक्सप्रेस
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