(प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार (28 नवंबर) को कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान आयोजित नौकरी मेलों यानी जॉब फेयर के दौरान 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों को अनंतिम रूप से शॉर्टलिस्ट किया गया है.
राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में सिंह ने कहा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार पिछले पांच वर्षों (2019-20 से 2023-24) के दौरान राज्य रोजगार कार्यालयों/मॉडल करिअर केंद्रों द्वारा 34,809 जॉब फेयर आयोजित किए गए.
24,37,188 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट
उन्होंने कहा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत राष्ट्रीय करिअर सेवा (एनसीएस) परियोजना के हिस्से के रूप में जॉब फेयर आयोजित किए जाते हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल की अवधि में, 26,83,161 नौकरी चाहने वालों और 83,913 नियोक्ताओं ने जॉब फेयर में भाग लिया और 24,37,188 उम्मीदवारों को अनंतिम रूप से शॉर्टलिस्ट किया गया है.
इससे पहले एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में औपचारिक रोजगार सृजन की गति वर्ष की पहली छमाही में भी बनी रही तथा तीनों सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में नए रोजगारों की संख्या में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में वृद्धि हुई, जबकि सितंबर के आंकड़ों में औपचारिक रोजगार सृजन में और गिरावट देखी गई.
कर्मचारी भविष्य निधि योजना
कर्मचारी भविष्य निधि योजना में नए नामांकन, जो बड़े संगठनों और बेहतर वेतन वाले कर्मचारियों पर लागू होते हैं, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इस साल की पहली छमाही में 2.3 प्रतिशत बढ़े, जिससे 61 लाख कर्मचारी जुड़े.
कर्मचारी राज्य बीमा निगम के नए अंशदान, जो छोटे संगठनों और कम वेतन वाले समूहों पर लागू होते हैं, में और भी तेजी से वृद्धि हुई तथा वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 93 लाख की वृद्धि हुई, जो पिछले वित्त वर्ष के 88 लाख से 5.2 प्रतिशत अधिक है. राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली की सदस्यता भी 6.8 प्रतिशत अधिक थी.
-भारत एक्सप्रेस
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