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भारत की हेल्थ सेवाओं का मुरीद हुआ विदेशी प्रतिनिधिमंडल, जानिए किन देशों के प्रतिनिधियों ने क्या कहा…

सोमालिया के हेल्थ मिनिस्टर अबुबकर ने कहा, “हम स्वास्थ्य सेवा चाहने वाले नागरिकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर काम करके सोमालियाई और भारतीय सरकारों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं.”

foreign delegates

सोमालिया के हेल्थ मिनिस्टर अबुबकर

भारत में ‘वन अर्थ, वन हेल्थ: एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023’ के प्रतिनिधिमंडल ने भारत के उच्च क्वालिटी वाले हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतरीन मानव संसाधनों की सराहना की. भारतीय स्वास्थ्य व्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित सोमालिया के स्वास्थ्य मंत्री अली हाजी अदम अबूबकर दिखे.

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सोमालियाई स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उनके देश में अधिकांश चिकित्सा दवा उत्पाद भारत से आते हैं. अबुबकर ने ‘एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया’ कार्यक्रम के 6वें संस्करण में भाग लिया.

प्रतिनिधियों ने देश के निजी अस्पतालों के साथ घनिष्ठ सहयोग के लिए समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, इन समझौता ज्ञापनों में क्लिनिक सहयोग, नैदानिक अनुसंधान, क्षमता निर्माण, भारत की चिकित्सा यात्रा, नर्सिंग विशेषज्ञता विकसित करने में मदद, शिक्षण और बहुत कुछ शामिल हैं.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को एक वीडियो संदेश के जरिए ‘वन अर्थ, वन हेल्थ: एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023’ समिट का उद्घाटन किया था. प्रधान मंत्री ने कहा कि “हमारे पास प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, ट्रैक रिकॉर्ड और परंपरा है.” समग्र स्वास्थ्य सेवा में भारत की ताकत पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योग और ध्यान जैसे प्रथाओं के साथ निवारक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य की भारत की परंपरा अब एक वैश्विक आंदोलन बन रही है.

उन्होंने पहले कहा, “दुनिया तनाव और जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों के समाधान की तलाश कर रही है. भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य प्रणाली में बहुत सारे सवालों के जवाब छिपे हैं.”

हाल के वर्षों में, भारत विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा और कल्याण सेवाओं के लिए एक मेडिकल डेस्टिनेशन के तौर पर उभरा है. शिखर सम्मेलन ने भाग लेने वाले देशों के बीच स्वास्थ्य देखभाल सहयोग के अवसर प्रदान करते हुए चिकित्सा क्षमता में भारत के महत्व पर प्रकाश डाला गया. दौरे पर आए विदेशी सरकारी स्वास्थ्य प्रतिनिधियों ने भी दिल्ली के निजी और सरकारी अस्पतालों का दौरा किया.

सोमालिया के हेल्थ मिनिस्टर ने क्या कहा

सोमालिया के हेल्थ मिनिस्टर अबुबकर ने कहा, “हम स्वास्थ्य सेवा चाहने वाले नागरिकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर काम करके सोमालियाई और भारतीय सरकारों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं।” वहीं, अरमेनिया के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “अरमेनिया स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने क लिए काफी प्रबल इच्छा रखता है.”

मालदीव सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री शाह अब्दुल्ला माहिर ने कहा कि उनके साथी नागरिक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भारत को एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में चुन रहे थे और देश बेहतर चिकित्सा मूल्य यात्रा के लिए भारत के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद कर रहा था. इनके अलावा बांग्लादेश के हेल्थ मिनिस्टर डॉक्टर जाहिद मलिक ने भी भारतीय मेडिकल व्यवस्था और बांग्लादेश के साथ अपने टर्म्स की सराहना की. वहीं, मिस्र के डिप्टी हेल्थ मिनिस्टर ने भारत के साथ आगामी दिनों में अपने संबंध स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरन करने पर बल दिया.

इसके अलावा, शिखर सम्मेलन में, बांग्लादेश के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री, डॉ ज़ाहिद मालेक ने “चिकित्सा मूल्य यात्रा के माध्यम से बांग्लादेश के नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने” के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया.

चिकित्सा मूल्य यात्रा के क्षेत्र में भारत की प्रगति की सराहना करते हुए, मिस्र के स्वास्थ्य जनसंख्या उप मंत्री डॉ. अहमद हुसैन शेहता एलसोबकी ने कहा कि शिखर सम्मेलन इस क्षेत्र में भारत और मिस्र के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा.

-भारत एक्सप्रेस

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