केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर
भारत और म्यांमार के बीच जलमार्ग संपर्क को बेहतर करने के लिए कोलकाता बंदरगाह से म्यांमार के सितवे बंदरगाह के लिए मालवाहक जहाज के पहले ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई गई. केंद्रीय पत्तन, पोत एवं जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने जहाज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस पोर्ट को भारत की मदद से विकसित किया गया है, जो कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट का हिस्सा है.
म्यांमार के रखाइन राज्य में स्थित बंदरगाह, भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए एक वैकल्पिक परिवहन मार्ग प्रदान करेगा. यह म्यांमार के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है. कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण से, विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों से, क्षेत्र में कनेक्टिविटी और माल की आवाजाही को बढ़ाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का विकास किया जा रहा है.
गौरतलब है कि कलादान परियोजना की कुल लागत लगभग 500 मिलियन डॉलर आंकी गई है जबकि बंदरगाह की लागत लगभग 120 मिलियन डॉलर आंकी गई है. यूनियन एमओएस पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग शांतनु ठाकुर ने घोषणा की, “पीएम मोदी के नेतृत्व में, हम पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी और कार्गो आंदोलन में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और यह उस दिशा में एक बड़ा कदम है.”
अधिकारी ने कहा कि जहाज ‘एमवी-आईटीटी लायन (वी-273)’ 1,000 मीट्रिक टन सीमेंट से भरे 20,000 बैग लेकर 9 मई को सितवे बंदरगाह पहुंचेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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