ब्यूरो ऑफिस का उद्घाटन करते न्यायाधीश विवेक कुमार सिंह व भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ‘भारत एक्सप्रेस’ न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय की मौजूदगी में ब्यूरो ऑफिस का उद्घाटन हुआ. हाईकोर्ट के न्यायाधीश विवेक कुमार सिंह ने फीता काट कर ऑफिस का उद्घाटन किया, उन्होंने दीप भी प्रज्वलित किया. इस दौरान जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव, न्यायाधीश गौतम चौधरी, न्यायामूर्ति क्षितिज शैलेंद्र और जस्टिस नीजर तिवारी भी मौजूद रहे.
इस दौरान भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय ने कहा कि आज का जो विषय है, इस समाज में पत्रकारिता का महत्व ‘सत्य, साहस और समर्पण’ जो हमारे चैनल की टैग लाइन है, वो कितना प्रासंगिक है, कितना महत्वपूर्ण है. उपेंद्र राय ने कहा, “जब मैं 12वीं में था तो हिंदी साहित्य में सरदार पूर्ण सिंह एक ऐसे लेखक हुए जिन्होंने अपने जीवन में मात्र चार निबंध लिखे और हिंदी साहित्य में वो अमर हो गए. उनका एक निबंध है ‘आचरण की सभ्याता’. इस निबंध की जो कहानी है वो ‘सत्य, साहस और समर्पण’ इन तीनों शब्दों को एक साथ परिभाषित करती है. या यूं कहूं कि ‘सत्य, साहस, समर्पण’ टैग लाइन रखने का जो ध्यान आया, वो ‘आचरण की सभ्याता’ की कहानी को याद करके आया.”
उन्होंने कहा, “कहानी ये है कि उफनती हुई नदी में एक बहुत ही रईस परिवार नांव पर सफर कर रहा होता है. उस परिवार की एक औरत पानी में गिर जाती है और उस परिवार में सभी लोग चीख पुकार तो मचाते ही हैं, लेकिन उस औरत को बचाने के लिए नदी में छलांग कोई नहीं लगाता. छलांग लगाता कौन है? एक नांव चलाने वाला वो मछुवारा जो अपने भाई का सहयोग करने के लिए उस नांव पर मौजूद होता है. उसका औरत से कोई संबंध नहीं है, वह उसको जानता भी नहीं, पहचानता भी नहीं, लेकिन वो छलांग लगाता है और उस औरत को बचाकर नदी के बाहर ले आता है.”
उन्होंने आगे कहा कि इस छोटी सी साहसी घटना की अगर व्याख्या की जाए तो मैं कहता हूं कि सत्य किसी घटना, दुर्घटना किसी बात को मान करके किसी को सिखाया जाए. किसी को इसकी चिंता करने के लिए कहा जाए तो वो सत्य बनाया हुआ होता है. लेकिन वो सत्य जिसमें आदमी अपने जीवन की परवाह नहीं करता, अपने प्राणों की आहुति देने के लिए सहज ही तैयार हो जाता है और उसको ये भी नहीं पता होता है कि इसका परिणाम क्या होगा. पूरी तरह से अपने को समर्पित कर देता है और साहस ऐसा कि दूसरों को हैरत में डाल देता है.
इस दौरान भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ ने मुंशी प्रेम चंद की मशहूर कहानी मंत्र का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि कैसे डॉक्टर चड्ढा तैयार होकर बैडमिंटन खेलने जा रहे होते हैं और एक गरीब आदमी अपने बच्चे को हाथ में लिए उनके पास पहुंचता है. बचाने की गुहार लगाता है. लेकिन, डॉक्टर चड्ढा इलाज करने से मना कर देते हैं और बैडमिंटन खेलने को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं. लेकिन, एक वक्त ऐसा आता है जब डॉक्टर चड्ढा के बेटे को सांप काट लेता है और चड्ढा बच्चे को लेकर बिलखते हैं. लेकिन, तब वही गरीब आदमी आता है और बच्चे को मंत्र के जरिए बचाता है. इस दौरान वह बच्चे के होश में आते ही निकल पड़ता है. जब डॉक्टर चड्ढा को पता चलता है कि यह वही आदमी है, जिसका बेटे का उन्होंने इलाज नहीं किया था और वह मर गया था. तब चड्ढा ग्लानी से भर जाते हैं. उपेंद्र राय ने इस कहानी के माध्यम से बताया कि जो गांव का सहज और सरल आदमी होता है वो वाकई बहुत साहसी होता है.
वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय ने कहा कि मंत्र कहानी के जरिए मुंशी प्रेमचंद ने शहरी और संभ्रांत लोगों के मिजाज को दर्शाया है. मेरे चैनल का भाव ‘सत्य साहस और समर्पण’ के लिए ऐसी ही कहानियां मुझे प्रेरणा देती रही हैं.
ऑफिस के उद्घाटन के बाद अब भारत एक्सप्रेस पर प्रयागराज और आस-पास के जिलों की हर छोटी-बड़ी खबर देखने को मिलेगी. भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय की कोशिश है कि उन खबरों को प्रमुखता से दिखाया, जिन्हें दूसरे खबरिया चैनल नहीं दिखाते हैं.
इस मौके पर ग्रुप एडिटर सुदेश तिवारी, प्रयागराज ब्यूरोचीफ मुमताज अहमद, प्रयागराज संवाददाता अभिषेक पाण्डेय समेत शहर के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
‘भारत एक्सप्रेस’ न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय के 25 सालों के लंबे पत्रकारीय जीवन के अनुभवों की झलक ‘न्यूज चैनल’ के जरिए देखने को मिल रही है. भारत एक्सप्रेस’ न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन उपेंद्र राय की कोशिश है कि दर्शकों को ‘व्यूज कम और न्यूज ज्यादा’ दिखाई जाए. न्यूज चैनल भारत एक्सप्रेस सत्य, साहस और समर्पण के संकल्प के साथ देश, दुनिया से लेकर खेल और मनोरंजन जगत की खबरें आप तक पहुंचा रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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