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विश्लेषण

Yogi 2.0: मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ की छवि भले ही कट्टर हिंदूवादी नेता की रही हो, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने जो भी फैसले लिए वह राजधर्म का पालन करने वाले थे.

अब राज्य में न तो कोई दंगा करने का हिम्मत जुटा पा रहा है और न ही कोई अपराधी किसी कमज़ोर को सताने की हिमाकत कर पा रहा है.

आज के दौर में ये बात आम हो चुकी है कि जब भी हमें किसी सरकारी दफ़्तर में जाना होता है तो बिना एंट्री पास के आप उस कार्यालय में नहीं घुस सकते. एक दफ़्तर में एंट्री पास के लिए भी नियम तय होते हैं, जिनका पालन सख़्ती से किया जाता है.

पंजाब के पुलिस थाने पर गुरु ग्रंथ साहब की आड़ में हमला करने वाले अमृतपाल पर सरकार का शिकंजा कसा, तो चंद दिन पहले शहादत और कुर्बानी की बात करने वाला अमृतपाल चूहे की तरह बिल में घुस गया.

क्लब सदस्यों के अनुसार हाल ही में क्लब सदस्यों को भेजी गई एकाउंट्स रिपोर्ट के अनुसार क्लब को चार साल में करीब 145 करोड़ का घाटा हुआ है.

अपने फर्जी हस्ताक्षर करके संपत्ति बंधक बनने की जानकारी मिलने से परेशान शशि जटिया ने ICICI बैंक की नरीमन प्वाइंट शाखा में संपर्क कर दस्तावेज मांगे.

ज्योति नगर इलाके में अवैध कैसिनों पर छापे के दौरान मौके पर मिले करोड़ों रुपए में हेराफेरी की आरोपी AATS टीम को क्लीन चिट दे दी गई है. हालांकि जांच शुरू होने से पहले ही क्षेत्रीय संयुक्त पुलिस आयुक्त ने आरोपी टीम की कार्रवाई की सराहना कर दी थी.

अपराध शाखा के सूत्रों की माने तो जालसाज गिरोह पिछले करीब एक साल से जाफरपुर कलां में केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस फर्जी प्रशिक्षण केंद्र का संचालन बीते करीब एक साल से कर रहा था.

अपने साथ हुई करोड़ों की ठगी से परेशान शिवराज गुप्ता ने 28 दिसंबर 2021 को पुलिस आयुक्त से इस मामले की शिकायत कर दी.

दिल्ली पुलिस के इतिहास में शायद पहला मौका है कि पुलिस आयुक्त के आदेश के बावजूद राजधानी के एक चौथाई से ज्यादा ट्रैफिक सर्किल में ऐसे इंस्पेक्टर तैनात कर दिए गए हैं, जिनका कानूनी तौर पर वजूद ही नहीं है !