सदस्यों का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे जिमखाना के निदेशक
Gymkhana Club: क्लब सदस्यों के अनुसार जनरल कमेटी ने हिसाब-किताब में बीते साल 20 करोड़ रुपए का घाटा दिखाया है. लेकिन इसका कारण क्या है?
सरकार के दामन को दागदार कर रहे जिमखाना के सरकारी निदेशक!
क्लब निदेशकों पर आरोप है कि उन्होंने 26 अगस्त को अवैध तरीके से क्लब में सचिव की नियुक्ति कर दी. क्लब संविधान के अनुसार बैठक में कम से कम छह निदेशकों की अनिवार्य मौजूदगी के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है.
लापरवाह अधिकारी करेंगे भागीरथ पैलेस अग्निकांड की जांच!
Bhagirath Palace: पुरानी दिल्ली की शान चांदनी चौक देश के ऐतिहासिक बाजारों में शुमार है. यहां मौजूद कटरे खास उत्पादों और वस्तुओं के कारोबार के लिए मशहूर हैं.
विपक्ष का एकजुट होना लोकतंत्र के लिए जरूरी
चुनाव के बाद तमाम टीवी चर्चाओं में राजनैतिक विश्लेषक इस बात पर खास जोर दे रहे हैं कि विपक्षी दलों को आपस में एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरना चाहिये था.
Delhi Airport: फेल हो गया है एयरपोर्ट का पूरा प्रबंधन, सरकार बनी मूक दर्शक
IGI Airport: दिल्ली एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट है. यहां हर दिन 1100 से अधिक उड़ानों का संचालन होता है. इस एयरपोर्ट के तीन टर्मिनलों में से एक T-3 सबसे अधिक व्यस्त टर्मिनल है.
Virendra Sachdeva: पद, सत्ता-सुख नहीं बल्कि जिम्मेदारी निभाने के लिए होते हैं: सचदेवा
सचदेवा दावा करते हैं कि 2024 में भाजपा दिल्ली में निश्चित रुप से हैट्रिक लगाएगी. क्योंकि दिल्ली की जनता जानती है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी, विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं के आधार पर उनका समर्थन मांगते हैं.
चेक बाउंस मामलों पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला
सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले से एक ओर जहां देश के व्यापारी जगत को काफ़ी राहत मिली है. वहीं दूसरी ओर इस क़ानून की धाराओं का भी स्पष्टीकरण हुआ है.
सर्दी और प्रदूषण से निमोनिया के शिकार हो रहे बच्चे
न्यूमोकॉकल वैक्सीन, पीसीवी 13, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप बी, यह वैक्सीन आपको बैक्टेरियल निमोनिया से बचा सकती है.
‘पप्पू’ में बहुत गहराई है- प्रियंका गांधी
प्रियंका के इस वीडियो को देख कर राहुल गांधी के बारे में बहुत कुछ ऐसा पता चला जो शायद देश के ज़्यादातर लोगों को पता नहीं होगा।
एनसीएलटी ने जिमखाना को दी अवमानना कार्रवाई की चेतावनी
दरअसल क्लब संविधान के अनुसार किसी भी निर्णय के लिए आयोजित बैठक में छह निदेशकों की मौजूदगी अनिवार्य है. जबकि क्लब के नियुक्त छह निदेशकों में से एक ने जुलाई में ही इस्तीफ़ा दे दिया था. ऐसे में क्लब निदेशक कोई भी निर्णय नहीं ले सकते थे.