ऐसा देश है मेरा
Aisa Desh Hai Mera: आज हम जिस विषय को इस कॉलम में उठाएँगे वह हमारे देश की गंगा - जमुनी तहज़ीब की विशेषता पर आधारित है.
कांग्रेस की पुरानी समस्याएँ: ‘प्रभारियों का क्लब’ और जवाबदेही का अभाव
कांग्रेस नेतृत्व ने बार-बार उन्हीं नेताओं को राज्य प्रभारी या महासचिव बनाया है, जिन्होंने पहले चुनावी सफलता हासिल करने में विफलता पाई थी.
निजी विमानन कंपनियां और यात्री सुरक्षा
कल्पना कीजिए कि यदि किसी विमान में ख़राब इंजन या अयोग्य पाइलट की वजह से कोई हादसा हो जाए तो दोष किसका होगा, विमान कंपनी का या नागरिक उड्डयन मंत्रालय का, या दोनों का?
क्या बिहार में विकल्प दे पाएंगे प्रशांत किशोर?
प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि वो बिहार में शराबबंदी को खत्म कर देंगे और उससे मिलने वाले राजस्व को शिक्षा पर खर्च करेंगे. साथ ही वह भय और भ्रष्टाचार मुक्त बिहार का नारा भी दे रहे हैं.
अपने क्या सच में अपने होते हैं?
Bharat Express Analysis: आए दिन हमें यह देखने को मिलता है कि किसी बुजुर्ग को, पैसे और संपत्ति के लालच में उसी की संतान ने घर से बेघर कर दिया. ऐसा अक्सर उन परिस्थितियों में होता है जब बच्चों को सही संस्कार नहीं दिये जाते.
वर्कलोड: टेंशन लेने का नहीं देने का!
Analysis on Workload Tension: संजय दत्त की बहुचर्चित फ़िल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ का एक डायलॉग काफ़ी हिट हुआ था जिसमें वो हर किसी को न घबराने की सलाह देते हुए कहते थे ‘टेंशन लेने का नहीं - देने का’.
वक्फ बोर्ड विधेयक 2024: सुधार और समृद्धि की दिशा में एक कदम
वक्फ बोर्ड विधेयक 2024 न केवल एक कानूनी दस्तावेज है, बल्कि यह भारतीय मुस्लिम समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक अवसर भी है.
आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या
शहरों में आवारा कुत्तों व गौवंश की समस्या हर दिन बढ़ती जा रही है. आम जनता को हर गली मोहल्ले में आवारा कुत्तों व गौवंश से खुद को बचा कर निकलना पड़ता है.
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
हृदय रोग से संबंधित बीमारियों और उनसे होने वाली जवान मौतों के बढ़ते हुए आँकड़े हम सभी के मन में कुछ अहम सवाल पैदा कर रहे हैं.
कांग्रेस समझदारी से चले
जून 2024 के चुनाव परिणामों के बाद राहुल गांधी का ग्राफ काफ़ी बढ़ गया है। बेशक इसके लिए उन्होंने लम्बा संघर्ष किया और भारत के आधुनिक इतिहास में शायद सबसे लम्बी पदयात्रा की.