राजकुमारी दीया कुमारी
Rajasthan Election: राजसमंद से बीजेपी की सांसद और जयपुर की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी को राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विकल्प के रूप में देखा जाने लगा है. दरअसल, 25 सितंबर को पीएम मोदी राजस्थान दौरे पर थे. इस दौरान राज्य की दो कद्दावर महिला नेत्री ने उनके साथ मंच साझा किया. उम्मीद थी कि महारानी वसुंधरा मंच से जनता को संबोधित करेंगी. लेकिन जब मंच से दीया कुमारी ने संबोधन किया तो सियासी मामलों के जानकार मानने लगे कि दीया कुमारी को राजस्थान में वसुंधरा राजे के विकल्प के रूप में तवज्जो दी जा रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि कौन हैं दीया कुमारी जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को साइडलाइन करके आगे किया जा रहा है? तो आइये यहां विस्तार से जानते हैं:
बता दें कि इससे पहले भी दीया कुमारी सुर्खियों में रही हैं. दरअसल, दीया कुमारी ने एक बार दावा किया था कि ताज महल उनके पूर्वजों का है. उन्होंने कहा था कि ताज महल उसके परिवार की जमीन पर बनाया गया था और मुगल सम्राट शाहजहां ने इस पर ”कब्जा” कर लिया था. इतना ही नहीं दीया ने एक बार कहा था कि उनका परिवार भगवान राम के पुत्र का वंशज है. दीया कुमारी ने यह भी कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में भगवान राम के बेटे के रूप में अपने परिवार की वंशावली का सबूत देने को तैयार हैं ताकि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में तेजी लाई जा सके.
कौन हैं दीया कुमारी ?
दीया कुमारी जयपुर शाही परिवार की पूर्व राजकुमारी और भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान जयपुर रियासत के अंतिम शासक महाराजा मान सिंह द्वितीय की पोती हैं. वह जयपुर के वर्तमान ‘महाराजा’ पद्मनाभन सिंह की मां भी हैं. राजसमंद से बीजेपी सांसद प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं.
दीया कुमारी की पारिवारिक पृष्ठभूमि
बता दें कि दीया कुमारी का जन्म 1971 में 30 जनवरी को भारतीय सेना के अधिकारी और होटल व्यवसायी भवानी सिंह और पद्मिनी देवी के घर जयपुर, राजस्थान में हुआ था. कुमारी ने मॉडर्न स्कूल (नई दिल्ली), जी डी सोमानी मेमोरियल स्कूल, मुंबई और महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, जयपुर से पढ़ाई की. इसके बाद वह लंदन के पार्सन्स आर्ट एंड डिज़ाइन स्कूल से फाइन आर्ट्स डेकोरेटिव पेंटिंग डिप्लोमा करने के लिए यूनाइटेड किंगडम चली गईं.
दीया कुमार की निजी जिंदगी
6 अगस्त, 1997 को दीया कुमारी ने नरेंद्र सिंह राजावत से शादी की. राजावत पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. नरेंद्र सिंह से शादी के बाद दीया कुमारी के तीन बच्चे हुए. हालांकि, साल 2018 में दोनों ने तलाक ले लिया. दीया के सबसे बड़े बेटे पद्मनाभन, जिसका जन्म 1998 में हुआ था. को भवानी सिंह ने गोद ले लिया. जिसके बाद 2011 में पद्मनाभन जयपुर शाही परिवार के ‘महाराजा’ बने. दीया के दूसरे बेटे लक्ष्यराज सिंह हैं और उनकी बेटी गौरवी कुमारी हैं.
दीया कुमारी का राजनीतिक करियर
बता दें कि दीया कुमारी को 10 सितंबर 2013 को तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की उपस्थिति में दो लाख से अधिक लोगों की भारी भीड़ के सामने बीजेपी में शामिल किया गया था. दीया कुमारी 2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में सवाई माधोपुर से विधायक बनीं. 2019 में, वह राजसमंद से लोकसभा के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गईं.
-भारत एक्सप्रेस