Bharat Express

अजित राय




भारत एक्सप्रेस


76वें कान फिल्म समारोह के डायरेक्टर्स फोर्टनाइट में दिखाई गई कनु बहल की फिल्म 'आगरा' भारत के निम्न मध्यवर्गीय परिवारों में सेक्स के दमन से पनपते मनोरोग की गहराई से पड़ताल करती है। इस यह दूसरी भारतीय फिल्म है जो कान फिल्म फेस्टिवल के आफिशियल सेलेक्शन में है

उदय शेट्टी (राहुल भट्ट) एक पूर्व पुलिस अधिकारी है जो अब मुंबई पुलिस कमिश्नर राशिद खान (मोहित टकलकर) के लिए हत्याएं करता है। दुनिया की नजर में वह मर चुका है और उसका नया नाम है - कैनेडी।

फिनलैंड जैसे अमीर देश में गरीबी के आखिरी पायदान पर जी रहे अंसा और होलप्पा की इस मार्मिक प्रेम कहानी के माध्यम से अकी कौरिस्माकी ने आधुनिक यूरोपीय पूंजीवादी सभ्यता का अंधेरा दिखाया है जिस तरफ हमारा ध्यान अक्सर नहीं जाता।

ओसेज इंडियन जनजाति के इलाके में यह सारी लड़ाई तब शुरू होती है जब अचानक बंजर पथरीली धरती पर पेट्रोलियम के असीमित भंडार का पता चलता है और यहां के मूल बाशिंदे अमीर हो जाते हैं।

प्रतियोगिता खंड में चीन के वैंग बिंग की लंबी डाक्यूमेंट्री 'यूथ'(स्प्रिंग) भी अपने राजनीतिक कथ्य की वजह से चर्चा में है।

इस बार कान फिल्म समारोह का जबरदस्त आकर्षण मशहूर स्पेनिश फिल्मकार पेद्रो अलमोदोवार की शार्ट फिल्म ' स्ट्रेंज वे आफ लाइफ' और उनकी मास्टर क्लास रही.

इस बार कान फिल्म समारोह का जबरदस्त आकर्षण मशहूर स्पेनिश फिल्मकार पेद्रो अलमोदोवार की शार्ट फिल्म 'स्ट्रेंज वे आफ लाइफ' और उनकी मास्टर क्लास रही।

जीयान डु बरी एक प्रेम कथा है जिसमें 18 वी शताब्दी के फ्रांस के जन जीवन और राज महल की दिनचर्या को रचा गया है।

भारत जैसे देशों के लिए जो न तो ओलंपिक में कुछ कमाल कर पाते हैं और न ही यहां से किसी को नोबेल पुरस्कार ही मिल पाता है, ऑस्कर अवार्ड जीतना विश्व मंच पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने का सहज माध्यम बन सकता है.

इस समय बेल्जियम जिस फिल्म की चर्चा दुनिया भर में हो रही है, वह है आदिल अल अरबी और बिलाल फल्लाह की सच्ची घटनाओं पर आधारित ' रेबेल'।