रजनीश कपूर, वरिष्ठ पत्रकार
भारत एक्सप्रेस
हाथरस कांड: क्या जांच सही दिशा में हुई?
महिलाओं के ख़िलाफ़ हुए ऐसे अपराधों में पुलिस की प्राथमिक जांच अपराध के जड़ तक पहुंचने की अहम कड़ी होती है.
घर बनता है घरवालों से!
पुराने घर से जुड़ी यादें इतनी आसानी से नहीं मिटती। आप चाहे जितने भी आधुनिक सुविधाओं वाले घर में चले जाएं, लेकिन जो रिश्ता आपका पुराने घर से जुड़ जाता है उसे आप चाह कर भी नहीं भुला सकते।
क्या पेट्रोल-डीजल पर लगेगा जीएसटी ?
चुनावी मौसम में किसी भी राजनैतिक दल द्वारा वोटरों को लुभाने के लिए ऐसे अलग-अलग शगूफे छोड़े जाते हैं.
जानकार बनें और सुरक्षित रहें
कभी भी अनजान नंबर से आने वाली वीडियो कॉल को न उठाएँ. कॉल करने वाले के लाख कहने पर भी उनकी बातों में न आएँ. अपने बैंक खाते या अन्य ज़रूरी जानकारी को कभी भी ऐसे जालसाज़ों के साथ शेयर न करें.
कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है !
विपक्ष की मांग है कि अडानी समूह पर लगे आरोपों कि न सिर्फ़ जाँच होनी चाहिए बल्कि यह जांच योग्य लोगों द्वारा ही की जानी चाहिये.
लद्दाख: ऑल इज नॉट वेल !
वांगचुक का आरोप है कि, “तीन साल से केंद्र का यूटी प्रशासन नाकाम रहा है. हर आदमी दुखी है. नौकरियां नहीं मिल रही है. फंड है लेकिन इसका ज्यादातर हिस्सा वापस चला जाता है.
क्या रियलिटी शो आपको भावुक करते हैं?
पिछले दिनों एक ‘बाबा’ विवाद में आए. विवाद का विषय ‘चमत्कार’ था. उस चमत्कार को एक समाजिक संस्था द्वारा चुनौती दी गई थी.
नेपाल विमान हादसा: दोष किसका?
विमान दुर्घटना के कारणों में एक ऐसा कारण भी होता है जिसकी चर्चा बहुत कम होती है. ‘पायलट की थकान’ के बारे में बहुत कम बात की जाती है.
उपद्रवी हवाई यात्रियों पर लगे कड़ा अंकुश
‘नो फ्लाई लिस्ट’ एक अच्छी पहल है. इसमें भी परिवर्तन की जरूरत है. जैसे ड्राइविंग लाइसेंस में एक से अधिक बार चालान होने पर उसे दर्ज किया जाता है.
कंझावला कांड और दिल्ली पुलिस
पीड़िता के पोस्टमॉर्टम से पहले ही दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने मीडिया में बयान दिया कि यह मामला ‘हत्या’ का नहीं बल्कि ‘दुर्घटना’ का है.