मंगलवार (17 दिसंबर) को भाजपा और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कई सदस्यों ने मुरादाबाद के मुख्य चौराहे पर लगी पद्म भूषण से सम्मानित उस्ताद अहमद जान खान थिरकवा (Ustad Ahmed Jan Khan Thirakwa) की प्रतिमा को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और एक घंटे तक मुरादाबाद-हरिद्वार हाईवे जाम किया. उस्ताद अहमद जान खान थिरकवा एक प्रसिद्ध तबला वादक थे.
प्रतिमा को काली पॉलीथिन से ढका
खबर के मुताबिक, हाल ही में प्रतिमा तक जाने वाली सड़क का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है. प्रदर्शनकारियों में कई स्थानीय निवासी भी शामिल हुए, जिन्होंने मुरादाबाद नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर प्रतिमा को जल्द ही हटाकर उसकी जगह सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा नहीं लगाई गई तो वे लगातार आंदोलन करेंगे. लोगों का कहना है कि हिंदू बहुल इलाके में मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा लगाकर उसका नामकरण मुस्लिम चाैक के नाम पर करके नगर निगम लोगों की भावनाओं से खेल रहा है.
उन्होंने प्रतिमा को काली पॉलीथिन से ढक दिया. यह प्रतिमा मुरादाबाद में अकबर किले के पास कांठ रोड पर सुभाष चौराहे पर स्थित है.
सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाने की मांग
स्थानीय VHP नेता जयदेव यादव ने कहा, “यह एक गंभीर मुद्दा है और हम तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे, जब तक प्रतिमा की जगह सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा नहीं लगाई जाती.” उस्ताद अहमद खान, जिनका 1976 में 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया था, एक कुशल तालवादक थे, जो कई वाद्ययंत्र बजा सकते थे. उन्होंने कई दशकों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया.
प्रदर्शनकारियों ने मुरादाबाद के मेयर विनोद अग्रवाल के खिलाफ भी नारे लगाए और कहा कि उन्हें मुरादाबाद नगर निगम का नाम भी बदलना चाहिए. प्रतिमा को पिछले सप्ताह चौराहे पर स्थापित किया गया था. भाजपा नेता विनोद अग्रवाल ने कहा, “मैं नेताओं से बात करूंगा और गतिरोध दूर करने का रास्ता निकालने की कोशिश करूंगा. आपसी बातचीत हमेशा सड़क पर आंदोलन से बेहतर होती है.”
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-भारत एक्सप्रेस
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