
देश में बीते वित्त वर्ष में इलेक्ट्रिक वाहनों की रजिस्ट्रेशन में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वाहन उद्योग संस्था SIAM (साइआम) के अनुसार, यह बढ़त सरकार की नई नीतियों और नए मॉडल के लॉन्च की वजह से आई है.
वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 19.7 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों की रजिस्ट्रेशन हुई. इससे पिछले साल यानी 2023-24 में यह आंकड़ा 16.8 लाख था. इस तरह EV रजिस्ट्रेशन में 17% की वृद्धि दर्ज की गई. इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों की बात करें तो इनकी रजिस्ट्रेशन पहली बार 1 लाख के पार पहुंची. इसमें 18 प्रतिशत की सालाना बढ़त हुई है.
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की रजिस्ट्रेशन में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया. बीते साल इनमें 21 प्रतिशत की बढ़त के साथ कुल 11.5 लाख यूनिट्स की रजिस्ट्रेशन हुई. तीन पहिया ई-वाहनों की रजिस्ट्रेशन भी बढ़ी है. वित्त वर्ष 2024-25 में इसमें 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और कुल लगभग 7 लाख यूनिट्स दर्ज किए गए.
SIAM ने बताया कि सरकार द्वारा हाल में लाई गई नीतियों से EV सेक्टर को काफी मजबूती मिली है. इसमें 1 अप्रैल 2024 से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाली इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (EMPS), इसके बाद शुरू होने वाली पीएम ई-ड्राइव और पीएम-ईबस सेवा जैसी योजनाएं शामिल हैं.
इसके अलावा कई कंपनियों द्वारा नए इलेक्ट्रिक वाहन मॉडल लॉन्च किए गए, जिससे बाजार में मांग बढ़ी है. इन सभी प्रयासों ने देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की रफ्तार को तेज कर दिया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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