क्या आप जानते हैं कहां से आया ‘रिक्शा’ शब्द? 99% लोगों को नहीं होगा पता!
New Chairman of Tata Trust: रतन टाटा के निधन के बाद उनके सौतेले भाई नोएल टाटा को ‘टाटा ट्रस्ट’ की कमान सौंपी गई है. ‘टाटा ट्रस्ट’ टाटा ग्रुप का सबसे बड़ा स्टेक होल्डर है. मुंबई में आज हुई एक मीटिंग में ‘टाटा ट्रस्ट’ के चेयरमैन के रूप में नोएल के नाम पर सहमति बनी है.
नोएल अभी टाटा स्टील और घड़ी कंपनी टाइटन के वाइस चेयरमैन हैं. उनकी मां सिमोन टाटा, एक फ्रांसीसी-स्विस कैथोलिक हैं जो रतन टाटा की सौतेली मां हैं. वर्तमान में सिमोन टाटा ट्रेंट, वोल्टास, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन और टाटा इंटरनेशनल की चेयरपर्सन हैं.
नोएल टाटा अपनी लो-प्रॉफिट लीडरशिप स्टाइल के लिए जाने जाते हैं. वे रतन टाटा की तरह मीडिया से नहीं मिलते. रतन टाटा का बुधवार, 9 अक्टूबर की रात को मुंबई के एक अस्पताल में 86 साल की उम्र में निधन हो गया था. वे टाटा संस के मानद चेयरमैन थे और सरकार ने उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण समेत कई पुरस्कारों से सम्मानित किया था.
बिजनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि नोएल अपने पारिवारिक संबंधों और ग्रुप की कई कंपनियों में भागीदारी के कारण टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत दावेदार थे. वे पहले से ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं. अब जिस टाटा ट्रस्ट की कमान नोएल को मिली है, उसकी अहमियत और आकार को इस तरह समझा जा सकता है कि यह टाटा ग्रुप की परोपकारी संस्थाओं का समूह है, जो 13 लाख करोड़ रुपए के रेवेन्यू वाले टाटा ग्रुप में 66% की हिस्सेदारी रखता है.
यह भी पढ़िए: “मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया”, रतन टाटा के निधन पर मुकेश अंबानी ने लिखा भावुक पोस्ट
— भारत एक्सप्रेस
AMU छात्र नेता सलमान गौरी ने कहा, जिन बच्चों का सस्पेंशन किया है उन्हें बहाल…
Gautam Adani Indictment In US: दिल्ली में नामचीन क्रिमिनल लॉयर एडवोकेट विजय अग्रवाल ने उद्योगपति…
Border-Gavaskar Trophy: भारतीय टीम पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 150 रन बनाकर ऑल-आउट…
गवाह ने कोर्ट में कहा, "रवींद्रन ने गवाही से बचने और गवाही देने की आवश्यकता…
नॉर्वे की राजकुमारी मेटे-मैरिट के बेटे मैरियस बोर्ग होइबी पर यौन उत्पीड़न और रेप के…
Border-Gavaskar Trophy: पर्थ में विराट कोहली ने 12 गेंदों पर 5 रनों की पारी खेली…