
Gold Rate
Gold Rate: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर सोने के बाजार पर भारी असर डाल रहा है. दोनों देशों के बीच चल रहे टैरिफ वॉर ने वैश्विक बाजार में सुरक्षित निवेश की मांग को बढ़ा दिया है, और इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर दिखाई दे रहा है. विशेष रूप से भारतीय बाजार में सोने के दाम में तेजी आई है, जिससे स्थानीय सर्राफा बाजार में हलचल मच गई है. इस साल अप्रैल की शुरुआत में, सोने की कीमत ने एक नई ऊंचाई को छुआ और एक ही दिन में 6000 रुपये का उछाल देखा गया.
दिल्ली में शुक्रवार को सोने की कीमतें (Gold Rate) 96,450 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं, जो कि एक रिकॉर्ड है. यह 6,250 रुपये की बढ़ोतरी थी, जोकि स्थानीय बाजार में आभूषण विक्रेताओं की भारी मांग और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों के बढ़ने से हुआ. वहीं, इसी दौरान चांदी की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई, जो 2,300 रुपये के उछाल के साथ 95,500 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का रिकॉर्ड स्तर
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव ने सोने के प्रति वैश्विक निवेशकों का रुझान और भी बढ़ा दिया है, और इसकी वजह से सोने की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं. बुधवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 90,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था, लेकिन शुक्रवार को इसमें अचानक भारी उछाल आया. स्थानीय बाजार में सोने की कीमत ने एक ही दिन में 6,250 रुपये का उछाल देखा और वह 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो कि अब तक का सबसे उच्चतम स्तर था.
इसके अलावा, MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर भी गोल्ड के जून वायदा के भाव में तेजी देखने को मिली. सोने का वायदा भाव 1,703 रुपये चढ़कर 93,736 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. साथ ही, इंटरनेशनल मार्केट में हाजिर सोना 3,237.39 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, और बाद में यह थोड़ा घटकर 3,222.04 डॉलर प्रति औंस तक आ गया. इसके अलावा, एशियाई बाजार में कॉमेक्स गोल्ड वायदा ने 3,249.16 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छुआ.
ट्रंप-जिनपिंग के बीच व्यापारिक तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच व्यापारिक युद्ध ने गोल्ड की कीमतों को नई ऊंचाई तक पहुंचाया. अमेरिका ने चीन पर अभी तक 145 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जबकि चीन ने अमेरिका पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो 12 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा. इस व्यापारिक तनाव का असर वैश्विक व्यापार पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है, जिससे मंदी का खतरा बढ़ता जा रहा है.
इस प्रकार के व्यापारिक संघर्षों के बीच निवेशकों का रुझान सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ जाता है. सोना, जिसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, इस समय निवेशकों के लिए आकर्षक हो गया है. ऐसे में सोने की कीमतों में तेजी आई है, और यह कीमतों के रिकॉर्ड स्तर को छूने में सफल रहा है. अब सोने को लेकर निवेशकों की नजरें अमेरिका-चीन के व्यापारिक तनाव और वैश्विक आर्थिक स्थिति पर टिकी हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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