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भारत अब 7वां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय विमानन बाजार, 2030 तक यहां हवाई यात्रियों की क्षमता बढ़कर हो जाएगी 300 मिलियन- सिंधिया

भारत में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 तक सालाना 300 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. अभी यह आंकड़ा 150 मिलियन के पार जा चुका है. भारत अब तीसरे सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय विमानन बाजार के रूप में उभरेगा.

Jyotiraditya Scindia

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

Air Passenger Traffic in India: भारत में हवाई सफर करने वालों की संख्‍या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. बीते एक दशक में, यहां घरेलू हवाई यातायात 6 करोड़ से बढ़कर 14.5 करोड़ यात्रियों वाला हो गया है. पिछले पिछले साल यह आंकड़ा 15.2 करोड़ तक पहुंच गया. इसी के साथ हम दुनिया में 7वें सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय विमानन बाजार के रूप में उभर आए. और, अपनी घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षमताओं को मिलाकर हम दुनिया में 5वें स्थान पर आ गए हैं.

यह बयान है केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का. सिंधिया आज विंग्स इंडिया 2024 का उद्घाटन करने हैदराबाद पहुंचे थे. उन्‍होंने कार्यक्रम में घोषणा की कि भारत में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 तक सालाना 300 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, जैसा कि 2023 में 153 मिलियन की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. सिंधिया ने कहा- ‘हमने पिछले दस वर्षों में लगभग 15% की सीएजीआर (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) का पाई है. अब 2030 तक हम 30 करोड़ घरेलू विमानन बाजार बनने के लक्ष्य पर हैं, जिसका मतलब है हमारे मौजूदा स्तर से दोगुना.’

Jyotiraditya Scindia

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा- अब हमारा संकल्‍प है कि हम दुनिया के पांचवें सबसे बड़े घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन बाजार से आगे बढ़ेंगे…और तीसरे सबसे बड़े घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन बाजार के रूप में सामने आएंगे.

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