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Namo Drone Didi ने बदली ग्रामीणों की जिंदगी, ड्रोन पायलट बनकर घर चला रही महिलाएं, 2025-26 तक SHG को 15,000 ड्रोन देगी सरकार

इस योजना का लक्ष्य 2024-25 से 2025-26 तक 15,000 चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करना है, जो कृषि उद्देश्यों के लिए किसानों को किराये की सेवाएं प्रदान करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ (Namo Drone Didi) ने ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव लाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के तहत कुल 9 महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है, जिससे वह घर चला पा रही हैं.

इस योजना का लक्ष्य 2024-25 से 2025-26 तक 15,000 चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करना है, जो कृषि उद्देश्यों के लिए किसानों को किराये की सेवाएं प्रदान करेंगे. उद्यमशीलता के पहलू को और मजबूत करते हुए, महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को ड्रोन की लागत का 80 प्रतिशत सब्सिडी (8 लाख रुपये तक) के रूप में मिलेगा. शेष 20 प्रतिशत को राष्ट्रीय कृषि अवसंरचना वित्तपोषण सुविधा (AIF) जैसी संस्थाओं से 3 प्रतिशत की कम ब्याज दर पर ऋण के माध्यम से आसानी से वित्तपोषित किया जा सकता है.

इस योजना से महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं, बल्कि अपने परिवार की आय में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं, जैसा कि कुछ लाभार्थियों ने बताया है कि कभी-कभी पीक सीजन के दौरान वे प्रतिदिन 5,000 रुपये से अधिक कमा लेती हैं.

15 दिनों तक की ट्रेनिंग

लाभार्थी आशा देवी ने ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ की तारीफ की. उन्होंने बताया कि मेरी ट्रेनिंग लगभग 15 दिन तक चली. इसके बाद मुझे ड्रोन मुहैया कराया गया. ट्रेनिंग के दौरान ड्रोन को चलाना सिखाया गया. इसके अलावा यह भी बताया गया कि इस ड्रोन की क्या खासियत है और इसे कैसे ऑपरेट करना है.

आशा देवी ने कहा, “हमारा काम ड्रोन के माध्यम से खेतों में स्प्रे करना है. ये ड्रोन एक एकड़ खेत को 10 मिनट में पूरा स्प्रे कर देता है. यह महिलाओं के लिए एक अच्छी योजना है, जिससे कई महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. इस काम से जुड़ने के बाद जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आया है.“ उन्होंने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की वजह से आज ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. साथ ही उन्हें अपने क्षेत्र में रहकर रोजगार भी मिल पा रहा है.

आशा देवी बताती हैं कि इस योजना का लाभ मिलने से पहले उनकी घर की स्थिति ठीक नहीं थी. लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ उनकी जिंदगी में एक क्रांति बनकर आई है. ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के तहत 300 रुपए प्रति एकड़ मिल पाता है.

योजना के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित

इस पहल का उद्देश्य प्रत्येक SHG की वार्षिक आय को कम से कम 1 लाख रुपये तक बढ़ाना है और सरकार इसका पूरे दिल से समर्थन कर रही है. इस साल के बजट में इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. इस साल मार्च में पीएम मोदी ने देश भर में 10 स्थानों पर 1,000 से अधिक “ड्रोन दीदियों” को 1,000 ड्रोन वितरित किए.

उस समय उन्होंने कहा, “आज का कार्यक्रम ऐतिहासिक है. आने वाले वर्षों में देश में ड्रोन तकनीक का विस्तार होने जा रहा है. देश में ‘नमो ड्रोन दीदियों’ के लिए असंख्य रास्ते खुलने जा रहे हैं. पिछले 10 वर्षों में देश में SHG ने जिस तरह से विस्तार किया है, वह अध्ययन का विषय है. भारत में SHG ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा है.”


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-भारत एक्सप्रेस



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